वाराणसी, उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी के व्यापारी प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष और वाराणसी के व्यापारी-वैश्य नेता प्रदीप जायसवाल (अधिवक्ता) ने पटरी दुकानदारों पर गुंडा और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इसे ‘अव्यावहारिक’ और ‘तुगलकी फरमान’ बताया है। साथ ही, उन्होंने वाराणसी में स्मार्ट सिटी योजना के तहत कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे बने नाइट मार्केट को देर रात उजाड़ने को ‘विकास नहीं’ बल्कि ‘विनाश’ करार दिया है।
पुलिस आयुक्त के आदेश का विरोध
प्रदीप जायसवाल ने बताया कि 26 जून, 2025 को पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल ने सावन माह और आगामी त्योहारों तथा यातायात व्यवस्था के मद्देनज़र मैदागिन, काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र, गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक अतिक्रमण पाए जाने पर फुटकर, रेहड़ी, पटरी, ठेला, खुमचा दुकानदारों पर दो या दो से अधिक बार केस होने पर गुंडा और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई करने का आदेश दिया था। जायसवाल ने इस बयान को ‘व्यापारी-दुकानदार विरोधी निर्णय’ और ‘अव्यावहारिक’ बताया।
उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता खुद को व्यापारियों और बनियों की पार्टी बताते हैं, जबकि उनकी सरकार में नोटबंदी, अनियोजित लॉकडाउन, जटिल GST, और आए दिन व्यापारियों के साथ लूट, हत्या, डकैती और सरकारी विभागों द्वारा उत्पीड़न हो रहा है।
छोटे दुकानदारों के लिए आर्थिक दंड की मांग, आपराधिक धाराओं का विरोध
प्रदीप जायसवाल ने पुलिस आयुक्त से आग्रह किया कि व्यापारी समाज देश और प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होता है, जो खून-पसीने से कमाई कर सरकार को टैक्स देता है। उन्होंने ठेला, पटरी, रेहड़ी, खुमचा दुकानदारों से भी अपील की कि उन्हें अपनी सीमा में रहकर सामान बेचना चाहिए और गली या सड़क का अतिक्रमण नहीं करना चाहिए।
उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि क्षेत्रीय बाजारों के व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के सान्निध्य में छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के साथ समन्वय बनाना चाहिए। उनका कहना है कि अपराधियों की तरह व्यवहार कर उन पर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की ज़रूरत नहीं है, बल्कि इन छोटे दुकानदारों को चालान आदि करके आर्थिक दंड देना चाहिए, न कि आपराधिक धाराएं लगानी चाहिए।
जायसवाल ने यह भी याद दिलाया कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी समय-समय पर स्वीकार किया है कि फुटकर, रेहड़ी, पटरी, गुमटी, ठेला, खुमचा दुकानदार देश की आर्थिक तरक्की में सहायक होते हैं। उन्हें उजाड़ने से पहले सरकार को बसाने की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस आयुक्त से मानवीय और सकारात्मक तरीके से व्यापार मंडल की मदद से अतिक्रमण हटाने का कार्य करने की मांग की।
नाइट मार्केट को उजाड़ने पर भी उठाए सवाल
प्रदीप जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी योजना के तहत कैंट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे बने नाइट मार्केट को उजाड़े जाने की घटना की भी कड़ी निंदा की। उन्होंने बताया कि तीन साल पहले इंदौर की तर्ज पर 10 करोड़ रुपये की लागत से बने 1.9 किमी के नाइट मार्केट का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने स्वयं धूमधाम से किया था।
नगर निगम वाराणसी ने नाइट मार्केट के संचालन, रखरखाव और देखरेख की ज़िम्मेदारी के लिए श्रेया इंटरप्राइजेज नामक फर्म को अगले 16 वर्षों के लिए अनुबंधित किया था। इस फर्म को नगर निगम को प्रतिवर्ष 40 लाख रुपये जमा करने थे, लेकिन तीन वर्षों में 1.20 करोड़ रुपये के बजाय मात्र 5 लाख रुपये ही जमा किए गए, जिसके बाद नगर निगम ने श्रेया इंटरप्राइजेज का अनुबंध निरस्त कर दिया।
4 जुलाई 2025 शुक्रवार की देर रात, नगर आयुक्त के आदेश पर बुलडोजर द्वारा सभी दुकानें जमींदोज कर दी गईं। जायसवाल ने कहा कि जिन दुकानदारों ने श्रेया इंटरप्राइजेज को अपनी दुकानों के लिए एडवांस रुपये दे रखे थे, वे अब सड़क पर आ गए हैं और उनके परिवार पर आजीविका का संकट आ गया है।
नगर निगम पर गंभीर आरोप
व्यापारी नेता प्रदीप जायसवाल ने नगर निगम वाराणसी पर निम्नलिखित आरोप लगाए हैं:
- क्या श्रेया इंटरप्राइजेज को ठेका देने से पहले उसकी विश्वसनीयता जांची गई थी?
- स्मार्ट सिटी के अफसरों की भूमिका की जांच कौन करेगा?
- क्या व्यापारियों की आर्थिक क्षति की भरपाई की जाएगी?
जायसवाल ने कहा कि आधी रात को नाइट मार्केट उजाड़ने की घटना व्यापारी और दुकानदार हित में ‘घोर निंदनीय’ है। उन्होंने नगर आयुक्त से सर्वप्रथम प्रभावित दुकानदारों को बसाने का कार्य करने की मांग की है।
अंत में, समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बताया कि फुटकर, रेहड़ी, पटरी, गुमटी सहित छोटे-मध्य दुकानदारों के हित में समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम वाराणसी के नगर आयुक्त और वाराणसी पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर व्यापारी-दुकानदार हित में बात करेगा।
इस पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से मुरलीधर जायसवाल (प्रदेश सचिव), श्री काशीनाथ गुप्ता (महानगर अध्यक्ष), श्री सोहन लाल चौरसिया (महानगर महासचिव) उपस्थित थे।