वाराणसी: मुगलसराय पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक साथ एक दर्जन चोरी की घटनाओं का खुलासा किया है। कुरहना रिंग रोड के पास से चोरी का सामान एक मैजिक वाहन में लादकर फरार होने की कोशिश कर रहे चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से लगभग 11 लाख रुपये का चोरी का सामान बरामद किया है। पकड़े गए चोरों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है, जिसमें अकेले कौशिक बिंद पर ही 22 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस आरोपियों से आगे की पूछताछ और विधिक कार्रवाई में जुटी है।
कैसे पकड़े गए चोर?
मुगलसराय के सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि मंगलवार को पुलिस को सटीक सूचना मिली थी कि पंचायत भवनों और अन्य स्थानों से इन्वर्टर, बैटरी व अन्य सामानों की चोरी करने वाला एक गिरोह चोरी के माल को मैजिक गाड़ी में लादकर कुरहना वाराणसी रिंग रोड के पास खड़ा है और बिहार भागने की फिराक में है।
इस सूचना पर पुलिस तुरंत अलर्ट हो गई और कुरहना वाराणसी रिंग रोड पर पहुंची। वहां उन्होंने एक बिना नंबर प्लेट की मैजिक गाड़ी के पास मौजूद चार व्यक्तियों को देखा, जिस पर सामान काले प्लास्टिक से ढका हुआ था। पुलिस को अपनी ओर आता देख वे घबरा गए और भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर मौके पर ही दबोच लिया।
गिरफ्तार चोरों की पहचान और आपराधिक रिकॉर्ड
गिरफ्तार किए गए चोरों की पहचान कौशिक बिंद (पुत्र धर्मवीर बिंद, निवासी सिरसी, थाना अलीनगर), रणजीत बिंद (पुत्र सुरेंद्र प्रसाद बिंद, निवासी हसनपुर कम्हरिया, थाना बबुरी), संजय कुमार बिंद (पुत्र स्व. पतिराम प्रसाद, निवासी बिलारीडीह महेवा, थाना अलीनगर) और पवन बिंद (पुत्र गुड्डू बिंद, निवासी खेदन का पुरवा सुरहा, थाना अदलहाट मिर्जापुर) के रूप में हुई है।
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे पिछले काफी समय से जिले के अलग-अलग पंचायत भवनों, अस्पतालों, सरकारी संस्थानों और मकानों से इन्वर्टर, बैटरी, कंप्यूटर सिस्टम, कुर्सी और अन्य सामानों की चोरी करते थे। वे चोरी के माल को इसी मैजिक पर लादकर एक जगह इकट्ठा करते और फिर बेच देते थे, जिससे मिला पैसा आपस में बांट लेते थे। इन शातिर चोरों ने यह भी बताया कि वे पहले पंचायत भवनों और सरकारी इमारतों की रेकी करते थे, क्योंकि रात में वहां कोई रखवाली नहीं करता था, जिससे घटनाओं को अंजाम देना आसान होता था। वे सारा माल बिहार बेचने जा रहे थे, लेकिन इसी दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
बरामद माल का विवरण
पुलिस ने चोरों के पास से कुल 11 लाख रुपये का सामान बरामद किया है, जिसमें विभिन्न कंपनियों की 18 ट्यूबलर बैटरियां (SEVA, LIVGARD, LIVFAST, MICROTEK, LUMINOUS, EXIDE, LEADER), 8 इन्वर्टर/यूपीएस (MICROTEK, EXIDE SOLARHYBRID UPS, SMARTENSHINESERIES, LIVEFAST SOLAR, INTELLIPURE SINEWAVE UPS), कंप्यूटर और प्रिंटर (HP DESKJET प्रिंटर, ACER CPU, ACER मॉनिटर, FOXIN CPU, SAMSUNG मॉनिटर, HP लैपटॉप, LENOVO मॉनिटर), और अन्य घरेलू सामान शामिल हैं जैसे 3 कूलर, 3 रेफ्रिजरेटर (गोदरेज, GM, व्हर्लपूल), एक कुर्सी, एक लोहे का बल्लम, एक अलमारी, एक साउंड सिस्टम, एक स्टैंड पंखा, और एक टाटा मैजिक वाहन (बिना नंबर प्लेट)।
आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है:
- कौशिक बिंद पर मुगलसराय, अलीनगर, चकिया, धानापुर, बबुरी, अदलहाट मिर्जापुर और चुनार कोतवाली समेत विभिन्न थानों में 22 मुकदमे दर्ज हैं।
- रणजीत बिंद और संजय कुमार बिंद पर मुगलसराय कोतवाली में तीन-तीन मुकदमे दर्ज हैं।
- पवन कुमार बिंद पर चकिया, चुनार (मिर्जापुर), अदलहाट और जमालपुर थानों में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस ने सभी गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर उन्हें न्यायालय भेज दिया है।