शिमला, हिमाचल प्रदेश: पहाड़ों की रानी और हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की स्वच्छता रैंकिंग में इस बार भारी गिरावट आई है। केंद्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 की रिपोर्ट के अनुसार, कुल 824 शहरों की सूची में शिमला अब 347वें स्थान पर खिसक गया है, जो उसकी अब तक की सबसे खराब रैंकिंग है। पिछले साल शिमला देश में 188वें स्थान पर था और इस बार वह टॉप 300 स्वच्छ शहरों की सूची से भी बाहर हो गया है।
यही नहीं, 2015 से अब तक हिमाचल का नंबर वन स्वच्छ शहर रहने वाला शिमला इस बार प्रदेश में भी तीसरे नंबर पर आ गया है। इस बार स्वच्छता के मामले में जिला शिमला का ठियोग हिमाचल प्रदेश का सबसे स्वच्छ शहर बनकर उभरा है।
हिमाचल में टॉप स्वच्छ शहर
ठियोग के अलावा, सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश के अन्य शहरों की रैंकिंग इस प्रकार है:
- पहला स्थान: ठियोग (जिला शिमला)
- दूसरा स्थान: नादौन (हमीरपुर जिला)
- तीसरा स्थान: शिमला सिटी
ठियोग ने 20 हज़ार से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में घरों से कूड़ा उठाने और कचरा प्रबंधन में बेहतर प्रदर्शन किया है। ठियोग से निकलने वाले कचरे का निपटारा शिमला नगर निगम ही अपने भरयाल कूड़ा संयंत्र में करता है।
अन्य शहरों की रैंकिंग और शिमला के प्रदर्शन में गिरावट
स्वच्छता की रैंकिंग में कांगड़ा के पालमपुर नगर निगम को चौथा, शिमला की सुन्नी नगर पंचायत को 5वां, नारकंडा को छठा और रामपुर को सातवां स्थान मिला है। इसके अलावा, धर्मशाला को आठवां, सोलन को नौवां और सुबाथू कैंट को स्टेट रैंकिंग में 10वां स्थान मिला है।
शिमला शहर के रिहायशी कॉलोनियों और बाजारों में सफाई व्यवस्था का स्तर सुधरा है, लेकिन घरों से कूड़ा उठाने, गीला-सूखा कचरा अलग रखने, कचरे का निपटान करने और पेयजल स्रोतों की सफाई जैसी श्रेणियों में शहर पीछे रह गया। कुल 7500 अंकों में से शिमला शहर को 4798 अंक मिले हैं।
नगर निगम का दावा और पुरस्कार समारोह
शिमला नगर निगम ने इस सर्वेक्षण को गलत बताते हुए इसे चुनौती देने की बात कही है।
वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय राजधानी स्थित विज्ञान भवन में आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय की ओर से आयोजित एक समारोह में स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 पुरस्कार प्रदान किए। इस कार्यक्रम में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल और अन्य लोग भी मौजूद रहे। देश के शहरों की स्वच्छता रैंकिंग की सूची वीरवार को जारी की गई थी।
क्या आपको लगता है कि शिमला अपनी पुरानी रैंकिंग वापस हासिल कर पाएगा?