मुंबई, महाराष्ट्र: मुंबई के विधानभवन में हुई मारपीट की घटना के बाद मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों, नितिन देशमुख और ऋषिकेश टाकले को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना गुरुवार को विधायक आव्हाड और पडलकर के समर्थकों के बीच हुई थी, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में गरमाहट बढ़ी है। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
घटना और गिरफ्तारी का विवरण
गुरुवार को विधानभवन के अंदर आव्हाड और पडलकर के समर्थकों के बीच तीखी बहस के बाद विवाद बढ़ गया था। पुलिस ने आव्हाड के समर्थक नितिन देशमुख और पडलकर के समर्थक ऋषिकेश टाकले को देर रात हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों का मेडिकल जांच कराया गया और उनके बयान दर्ज किए गए। पुलिस ने यह भी बताया कि दोनों आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को गंभीर बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष और विधान परिषद के सभापति से कार्रवाई की मांग की थी, साथ ही यह भी कहा था कि ऐसी घटना करने वालों पर ज़रूर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पडलकर ने मारपीट पर खेद व्यक्त किया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है और विपक्षी नेताओं ने सरकार पर तीखा हमला बोला है।
बीजेपी नेता और कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड पर “लोकतंत्र के चौथे स्तंभ (पत्रकारिता) पर हमला” करने का आरोप लगाया। वीडियो में जितेंद्र आव्हाड एक पत्रकार को वीडियो बनाने से रोकते और उसके हाथ पर मारते दिख रहे हैं। राणे ने लिखा, “विधानभवन जैसे पवित्र और संवैधानिक परिसर में जितेंद्र आव्हाड ने एक पत्रकार के साथ मारपीट की और उसे रिपोर्टिंग करने से रोका है।”
शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने इस घटना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की संस्कृति खराब हो चुकी है और “गुंडागर्दी” विधानभवन तक पहुँच गई है। राउत ने माँग की कि मकोका के गुंडों को विधानभवन में आने का पास किसने दिया, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “जिस तरह से महाराष्ट्र के हाल हैं उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि अब महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए।” राउत ने यह भी आरोप लगाया कि जितेंद्र आव्हाड को मारने की साज़िश थी और गृहमंत्री को विधानभवन की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।