वाराणसी, 6 जुलाई, 2025: मोहर्रम और सावन मास को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल (RPF) वाराणसी द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत, आज रेलवे स्टेशन, प्लेटफॉर्म और सर्कुलेटिंग एरिया में चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने और अपराधियों की धरपकड़ के लिए सघन चेकिंग की गई।
अपर पुलिस महानिदेशक, रेलवे, श्री प्रकाश डी, पुलिस अधीक्षक, रेलवे अनुभाग प्रयागराज, श्री प्रशांत वर्मा और पुलिस उपाधीक्षक, रेलवे वाराणसी, श्री कुंवर प्रभात सिंह के निर्देशानुसार, निरीक्षक श्री रजोल नागर और अतिरिक्त निरीक्षक श्री संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में थाना जीआरपी कैंट वाराणसी की टीम, जिसमें उप-निरीक्षक धनंजय मिश्रा, हेड कांस्टेबल अश्वनी कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल राजबीर राम, कांस्टेबल अजीत कुमार सिंह और कांस्टेबल राहुल कुमार शामिल थे, चेकिंग पर थी।
प्लेटफॉर्म नंबर 6/7 और फुटओवर ब्रिज पर हेड कांस्टेबल प्रमोद राय (RPF वाराणसी) और सहायक उप-निरीक्षक हरीशचंद यादव (CIB) भी चेकिंग में मौजूद थे। इसी दौरान, लगभग 2 बजे, एक संदिग्ध व्यक्ति लाल रंग का पिट्ठू बैग लिए हुए दिखा। पुलिस वालों को अपनी ओर आता देख वह व्यक्ति तेजी से चलने लगा, जिसे फुटओवर ब्रिज पर ही रोक लिया गया।
पूछताछ करने पर व्यक्ति ने अपना नाम सोनू श्याम पुत्र बिशन लाल श्याम, निवासी होमासर, थाना श्री डूंगरगढ़, जिला बीकानेर, राजस्थान (उम्र लगभग 27 वर्ष) बताया। उसने बताया कि उसके लाल रंग के पिट्ठू बैग में 35 लाख रुपये (पैंतीस लाख रुपये) हैं और इसी वजह से वह भाग रहा था।
सोनू श्याम ने बताया कि यह पैसा पंकज श्याम (पश्चिम बंगाल निवासी) के कहने पर कई दुकानों से इकट्ठा किया गया था और वह इसे सासाराम में एक कमर्शियल व्यापारी को देने जा रहा था। जब उससे इस भारी रकम के बारे में संतोषजनक जवाब या कोई वैध दस्तावेज मांगे गए, तो वह कुछ भी नहीं बता पाया।
इसके बाद उसे तुरंत थाना जीआरपी कैंट लाया गया और उच्चाधिकारियों तथा आयकर विभाग को सूचित किया गया। पुलिस उपाधीक्षक रेलवे वाराणसी और इनकम टैक्स की संयुक्त टीम द्वारा बरामद रकम की गिनती की गई, जिसमें कुल 35 लाख रुपये पाए गए।
फिलहाल, एटीएस (ATS), जीएसटी (GST) और आईबी (IB) द्वारा उससे गहन पूछताछ की जा रही है। आयकर विभाग की टीम द्वारा उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।