नई दिल्ली, 7 जुलाई, 2025: दिल्ली विधानसभा सचिवालय ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव को एक पत्र भेजकर विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के सरकारी आवास पर खर्च को लेकर दिए गए उनके बयान पर तीन दिनों के भीतर बिना शर्त लिखित माफी मांगने को कहा है। देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया था कि अध्यक्ष के सरकारी आवास पर 2.23 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च किया गया है, जिसमें से 94 लाख रुपये सिर्फ शौचालय और स्नान गृह के नवीनीकरण पर खर्च हुए हैं, जिसे उन्होंने ‘शौच महल’ का नाम दिया था।
देवेंद्र यादव के आरोप
रविवार (6 जुलाई) को देवेंद्र यादव ने दावा किया था कि विधानसभा अध्यक्ष के सरकारी आवास (जिसका स्थान उन्होंने गलत बताते हुए 9, शामनाथ मार्ग बताया था) पर अब तक 2.35 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा था कि इसमें 94.69 लाख रुपये सिर्फ बाथरूम और शौचालय के नवीनीकरण पर खर्च हुए हैं, जिसमें महंगी टाइल्स, शावर, फिटिंग्स और बेसिन जैसी लग्जरी चीजें शामिल हैं। यादव ने यह भी आरोप लगाया था कि यह खर्च मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सरकारी निवास पर हुए खर्च से भी ज्यादा है।
विधानसभा सचिवालय का कड़ा रुख
विधानसभा सचिवालय ने अपने पत्र में मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए देवेंद्र यादव के बयानों की निंदा की है। पत्र में कहा गया है कि अध्यक्ष ने इन आरोपों को पूरी तरह से नकार दिया है और कहा है कि तथ्यों या सत्य की जांच किए बिना ऐसे बयान देने से बचना चाहिए।
सचिवालय ने यादव को तुरंत अपने बयान वापस लेने और पत्र मिलने के 3 दिनों के भीतर लिखित माफी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। पत्र में यह भी जोर दिया गया है कि चूंकि देवेंद्र यादव दिल्ली विधानसभा के पूर्व सदस्य हैं, इसलिए उन्हें अध्यक्ष के कार्यालय का सम्मान करना चाहिए और इसे राजनीतिक लाभ के लिए नहीं घसीटना चाहिए।
यह देखना दिलचस्प होगा कि देवेंद्र यादव इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या यह मामला आगे बढ़ता है।