Sawan 2025 : सावन माह में श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत सुनिश्चित करने के लिए वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने खास तैयारी की है। इस बार श्रद्धालुओं के साथ पुलिसकर्मियों के सौम्य व्यवहार पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है, जिसके तहत 900 पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण और काउंसिलिंग दी जाएगी।
मुंबई के विशेषज्ञ देंगे प्रशिक्षण
जानकारी के अनुसार, श्रद्धालुओं के साथ अभद्र व्यवहार को रोकने और सदाचार बनाए रखने के लिए मुंबई से आए विशेषज्ञ पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे। यह प्रशिक्षण तीन बैचों में दिया जाएगा, ताकि पुलिसकर्मी किसी भी श्रद्धालु से किसी भी स्थिति में दुर्व्यवहार न करें।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के लिए देश ही नहीं, बल्कि दुनिया भर से श्रद्धालु आते हैं। उनकी सुरक्षा और बेहतर अनुभव सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि दर्शन को आने वाले बुजुर्गों और महिलाओं को धाम के अंदर या परिसर के बाहर किसी भी स्थिति में धक्का-मुक्की न सहनी पड़े।
ऑनलाइन निगरानी और कड़ी कार्रवाई
पुलिस प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि यदि कोई पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार करता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए कंट्रोल रूम से ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। यदि कोई पुलिसकर्मी कदाचार में लिप्त पाया जाता है, तो उसे तुरंत ड्यूटी पॉइंट से हटाकर उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यातायात पुलिस लाइन में आज गुरुवार को पुलिस आयुक्त की अध्यक्षता में अधिकारियों की एक बैठक भी बुलाई गई, जिसमें इन तैयारियों पर चर्चा की गई। पुलिस आयुक्त ने ज़ोर दिया कि पुलिसकर्मियों द्वारा ऐसा कोई कृत्य न हो जिससे वाराणसी पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि धूमिल हो। इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं को एक सुखद और सुरक्षित दर्शन अनुभव प्रदान करना है।