राजधानी लखनऊ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहाँ जमानत पर छूटे एक आरोपी ने अपनी ही पीड़िता को दोबारा अगवा कर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने महिला की बेरहमी से पिटाई की और उसे मरा समझकर हाथ-पैर बांधकर आम्रपाली योजना के पास झाड़ियों में फेंक दिया। स्थानीय लोगों ने घायल महिला को देखकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया।
इंस्पेक्टर अभिनव कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर दुबग्गा थाने में मौरा गांव निवासी आरोपी अंशू मौर्य के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म, मारपीट और धमकी देने का नया मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुराना मामला और आरोपी का आपराधिक इतिहास
पीड़िता, जो कानपुर की रहने वाली है, ने बताया कि उसकी मुलाकात अंशू से करीब साढ़े तीन साल पहले हुई थी। तब अंशू ने उसे झांसे में लेकर दुष्कर्म किया था और शादी का झांसा देकर लगातार शारीरिक शोषण करता रहा। आरोपी ने महिला से अपनी बहन की शादी के बहाने ₹5 लाख 60 हजार रुपये भी लिए थे। जब महिला ने अपनी रकम वापस मांगी तो अंशू ने मना कर दिया और शादी का दबाव बनाने पर मुकर गया।
पीड़िता ने अंशू पर शादी का दबाव बनाया तो वह मुकर गया। पीड़िता ने 4 जून को फिर से थाने में रकम वापस दिलाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, जिसकी जांच दरोगा कुलदीप को दी गई थी। पुलिस का कहना है कि अंशू ने इस बीच दूसरी महिला से शादी भी कर ली थी।
पीड़िता का आरोप है कि 16 मार्च को अंशू ने उसे अपने घर बुलाया था, जहाँ अंशू ने अपने माता-पिता और बहनों के साथ मिलकर उसकी पिटाई की थी। इस घटना से परेशान होकर 3 अप्रैल को महिला ने अंशू के खिलाफ मारपीट, दुष्कर्म और अमानत में खयानत की एफआईआर दर्ज कराई थी। उस समय पुलिस ने अंशू को गिरफ्तार कर लिया था और मामले की गंभीरता को देखते हुए 31 मई को चार्जशीट भी दाखिल कर दी थी।
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि गुरुवार को अंशू उनके घर में दाखिल हो गया, उसे अगवा किया, दुष्कर्म किया और मरा समझकर झाड़ियों में फेंक कर फरार हो गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।