पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (डीडीयू): रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने अपने “ऑपरेशन अमानत” के तहत एक यात्री को उसका छूटा हुआ मोबाइल फोन और चार्जर सही सलामत वापस लौटाकर सराहनीय कार्य किया है। इस सामान की अनुमानित कीमत ₹15,000 बताई गई है।
क्या था मामला?
आज, 15 जुलाई 2025 को, RPF को डीडीयू के सुरक्षा नियंत्रण कक्ष से रेल मदद के संबंध में एक सूचना मिली। इसके आलोक में, गाड़ी संख्या 12988 के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर सुबह 4:27 बजे आगमन के बाद, आरक्षी बल्लू प्रसाद दिनकर ने कोच संख्या S3 के बर्थ नंबर 43 को अटेंड किया।
बर्थ नंबर 43 पर कोई यात्री मौजूद नहीं था। दी गई रेल मदद पर उपलब्ध मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया, तो यात्री इरफान अली ने बताया कि उनकी यात्रा अजमेर से प्रयागराज तक की है और उनके सीट नंबर 43 पर चार्ज में लगा हुआ MI कंपनी का मोबाइल और चार्जर छूट गया है। सीट पर जाकर जांच की गई, तो चार्ज में लगा हुआ मोबाइल पाया गया। अगल-बगल के यात्रियों से पूछताछ करने पर किसी ने भी उस मोबाइल का होने से इनकार किया।
इसके बाद, शिकायतकर्ता के दिए गए मोबाइल नंबर पर सूचना दी गई कि उनका मोबाइल पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पर RPF द्वारा उतारकर RPF पोस्ट पर सुरक्षित रखा गया है। उन्हें अपना पहचान पत्र लाकर सामान ले जाने को कहा गया। तब तक मोबाइल ऑन ड्यूटी स्टाफ को सौंप दिया गया था।
यात्री को सामान की सुपुर्दगी
सूचना पाकर, शिकायतकर्ता गुलाम मुस्तफा पुत्र गुलशेर अली, निवासी ग्राम सिरसा, थाना मेजा, जिला प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, रेसुब पोस्ट डीडीयू पर उपस्थित हुए। उन्होंने अपने मोबाइल और चार्जर की पहचान की। उचित सत्यापन के बाद, सामान सही पाया गया और उन्हें उनका मोबाइल व चार्जर सही सलामत सुपुर्द कर दिया गया।
अपना कीमती सामान वापस पाकर शिकायतकर्ता ने RPF का हार्दिक आभार व्यक्त किया। यह घटना RPF के यात्रियों की सुरक्षा और उनके खोए हुए सामान को वापस दिलाने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
क्या आप RPF के “ऑपरेशन अमानत” के बारे में और जानना चाहेंगे या ऐसे किसी अन्य घटनाक्रम में आपकी रुचि है?