Ghazipur News : गाजीपुर के मरदह क्षेत्र के सक्कापुर गोविंदपुर गांव के अर्जुन यादव (32) की 30 अप्रैल को सऊदी अरब में मौत हो गई है। उनके परिवार को यह खबर दोस्तों से मिली, जिसके बाद से घर में कोहराम मचा हुआ है। परिवार के लोग तब से ही अर्जुन के शव का इंतज़ार कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई नेताओं से गुहार लगाई है। अर्जुन के छोटे भाई मदद मांगने के लिए मंगलवार को भारतीय दूतावास के लिए रवाना हो गए हैं।
परिवार का दर्द और गुहार
अर्जुन अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके भाई ईश्वर चंद्र यादव और पंकज यादव गांव में ही रहते हैं। अर्जुन की शादी 2015 में सुमित्रा देवी से हुई थी। सुमित्रा ने बताया कि शादी से पहले ही उनके सास-ससुर का निधन हो चुका था और अर्जुन ही पूरे परिवार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। वे अपने रिश्तेदारों और दोस्तों की मदद से 2024 में सऊदी अरब गए थे, जहाँ वे गाड़ी चलाने का काम करते थे।
सुमित्रा के अनुसार, अगस्त 2024 में ड्यूटी के दौरान अर्जुन की तबीयत खराब हो गई थी। 27 अगस्त 2024 को उनकी आखिरी बार अपने पति से बात हुई थी, जिसमें अर्जुन ने खुद के बीमार होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उनके दोस्त और गोरखपुर निवासी वीरेंद्र यादव उन्हें देखने भी गए थे, लेकिन उसके बाद अर्जुन की परिवार से कोई बात नहीं हो पाई। बाद में वीरेंद्र के माध्यम से ही परिवार को 30 अप्रैल को अर्जुन की मौत की जानकारी मिली।
पीएम और सीएम से लगाई गुहार
अर्जुन की मौत की खबर के बाद से परिवार शव लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। मृतक के छोटे भाई पंकज ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी, सांसद अफजाल अंसारी, बलिया सांसद सनातन पांडेय और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र भेजकर शव को वापस लाने की गुहार लगाई है। अब वे भारतीय दूतावास जा रहे हैं।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य ब्रजभूषण दुबे ने भी मंगलवार को सक्कापुर गांव पहुंचकर मृतक अर्जुन के मासूम बच्चों के साथ सत्याग्रह किया और प्रधानमंत्री से पार्थिव शरीर लाने की गुहार लगाई। उन्होंने यह भी बताया कि राष्ट्रपति को भी पत्र भेजकर पार्थिव शरीर घर भेजने की मांग की गई है। पूरा परिवार अब न्याय और अपने बेटे के शव का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।