Jaunpur News : उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब सदर इमामबाड़ा बेगमगंज में एक मजलिस के दौरान भाजपा नेता सैय्यद कौसर मेंहदी उर्फ शम्सी आजाद से हाथापाई के मामले में पुलिस ने 17 लोगों का चालान कर दिया। इस कार्रवाई के विरोध में सोमवार दोपहर करीब 400 से 500 महिलाओं और पुरुषों ने कोतवाली का घेराव कर जमकर हंगामा किया।

‘ट्रंप’ प्रेम बना विवाद का मुख्य कारण
यह पूरा विवाद भाजपा नेता शम्सी आजाद द्वारा समय-समय पर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने को लेकर था। वर्तमान में, ईरान पर अमेरिका के हमले के विरोध में शिया समुदाय ट्रंप पर काफी आक्रोशित है, क्योंकि ईरान शिया बाहुल्य देश है।
रविवार शाम को सदर इमामबाड़ा में आयोजित शामे गरीबा की मजलिस में जब शम्सी आजाद खेताब फरमाने मंच पर पहुँचे, तो कुछ युवकों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि शम्सी आजाद ने ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के लिए दुआ मांगी थी और चादरपोशी भी की थी, और वे भाजपा की राजनीति करते हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ऐसे व्यक्ति को मजलिस का नेतृत्व नहीं करने देंगे जो ट्रंप का समर्थन करता हो। इसी आरोप के साथ कुछ युवकों ने मंच पर ही भाजपा नेता की कॉलर पकड़ कर उन्हें नीचे खींच लिया और हाथापाई की।
पुलिस कार्रवाई और कोतवाली का घेराव
इस घटना के बाद भाजपा नेता की तहरीर पर पुलिस ने रात में ही मुकदमा दर्ज करते हुए 17 लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर चालान कर दिया। इससे आक्रोशित लोग सुबह पुलिस से बात करने पहुँचे, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे 400 से 500 की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने कोतवाली का घेराव कर हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस के समझाने पर भी जब भीड़ नहीं मानी, तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया गया। इसके बाद लोग कोतवाली के सामने धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुँचे एडिशनल एसपी आयुष श्रीवास्तव के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों के लोगों से बात की और उनकी मांगें लिखित में देने को कहा, जिसके बाद लगभग ढाई घंटे चला यह हंगामा समाप्त हुआ।
गिरफ्तार किए गए आरोपी

पुलिस ने सैय्यद कौसर मेंहदी उर्फ शम्सी आजाद की तहरीर पर जिन 17 लोगों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया, उनमें तबरेज हैदर, मिर्जा सलमान हैदर, दिलशाद, सिराज अली, जाकिर हुसैन, रजि हैदर, शहबाज, काशिम हैदर, मेहताब हुसैन, यावर अब्बास, गिजान खां, मोहम्मद सैफ, अब्बास मेहदी, सरफराज उर्फ शानू, इमरान हैदर, मुनैवर अली (बलुआघाट, कोतवाली निवासी) और हुसैन हसन (पानदरीबा, कोतवाली निवासी) शामिल हैं।
एडिशनल एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि युवक द्वारा समय-समय पर सोशल मीडिया के जरिए ट्रंप के पक्ष में पोस्ट किया जाता रहा, जिसका शिया समुदाय द्वारा विरोध होता रहा। इसी को लेकर हाथापाई हुई, जिसके बाद शिकायत पर कार्रवाई की गई।
ताजिया जुलूस से ईरानी राष्ट्रपति की फोटो हटाई गई
इसी बीच, मुफ्तीगंज बाजार में सोमवार को शिया समुदाय द्वारा निकाले गए ताजिया जुलूस में ऑटो पर लगी ईरानी राष्ट्रपति की फोटो को पुलिस ने उतरवा दिया। क्षेत्राधिकारी केराकत अजीत रजक को इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने तुरंत यह कार्रवाई की। गौरतलब है कि कुछ वर्षों पूर्व मुफ्तीगंज के कर्बला मैदान में ताजिया दफन के दौरान शिया-सुन्नी समुदाय में विवाद हो गया था, जिसके बाद से पुलिस ऐसे मौकों पर सतर्क रहती है। सीओ केराकत ने बताया कि फोटो को हटवाकर शांतिपूर्ण ढंग से ताजिया को दफन करा दिया गया।