Varanasai News : शहर में गुरुवार (10 जुलाई) और शुक्रवार (11 जुलाई) को विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाएँ सामने आईं, जिनमें एक बड़े वित्तीय धोखाधड़ी का पर्दाफाश, सावन के मद्देनजर अतिक्रमण हटाओ अभियान, हस्तकला और पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल, और गुरु पूर्णिमा पर धार्मिक सद्भाव की अनूठी मिसाल शामिल है।
करोड़ों की धोखाधड़ी में फाइनेंस कंपनी के निदेशक की पत्नी गिरफ्तार
फाइनेंस कंपनी नीलांबर ट्रैक्सिम ऐंड क्रेडिट प्राइवेट लिमिटेड में 5 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में चेतगंज पुलिस ने कंपनी के निदेशक कवलधारी यादव की पत्नी विद्या देवी को मिसिर पोखरा, लक्सा से गिरफ्तार किया है। पुलिस पहले ही निदेशक कवलधारी यादव और उनके बेटे ब्रह्मदेव को गिरफ्तार कर चुकी है।
चेतगंज इंस्पेक्टर दिलीप कुमार मिश्रा ने बताया कि कंपनी के मैनेजर सत्येंद्र कुमार श्रीवास्तव की तहरीर पर यह मामला दर्ज किया गया था। आरोप है कि कवलधारी यादव ने 5 अक्टूबर 2023 से 26 जुलाई 2024 के बीच बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के प्रस्ताव या सूचना के बिना ₹5 करोड़ 2 लाख 76 हजार 435 की धोखाधड़ी की। इस मामले में बैंक कर्मचारियों सहित कई अन्य लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज है।
सावन के लिए कांवड़ मार्ग सुगम, पुलिस ने हटवाया अतिक्रमण
सावन के पवित्र महीने को देखते हुए, कांवड़ मार्ग को सुगम बनाने के लिए वाराणसी में पुलिस प्रशासन ने सख्ती से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अपर पुलिस आयुक्त शिवहरि मीणा के निर्देश पर जिले के 16 स्थानों से अतिक्रमण हटाए गए।
पुलिस ने सड़क पर बेतरतीब खड़े 64 वाहनों से ₹73,500 का चालान वसूला, जबकि 38 अतिक्रमणकारियों के खिलाफ 34 पुलिस एक्ट में कार्रवाई की गई। उन्हें चेतावनी दी गई है कि दोबारा अतिक्रमण करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। सभी थाना प्रभारी और यातायात पुलिस के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि सड़क पर कहीं भी अतिक्रमण हुआ तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के अधिकारी की होगी। इस अभियान के तहत बुलानाला, भदऊ तिराहा, चेतगंज, इंग्लिशिया लाइन, चौकाघाट, शिवपुर, मार्कंडेय महादेव कैथी मार्ग, रोहनिया, मड़ौली, मुढ़ैला तिराहा, बड़ागांव बाजार, कैथीली, कछवां रोड और जंसा चौराहे जैसे प्रमुख मार्गों से अतिक्रमण हटाए गए।
दीनदयाल हस्तकला संकुल में अब होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम, बुनकरों को मिलेगा बढ़ावा
वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल में अब सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। यह पहल बुनकरों के कारोबार को बढ़ावा देने और पर्यटकों को बनारस की पारंपरिक शिल्प कलाओं से रूबरू कराने के उद्देश्य से की जा रही है।
हथकरघा विभाग के सहायक विकास आयुक्त अरुण कुमार कुरील ने बताया कि इसके लिए शासन को पत्र लिखकर अनुमति मांगी जाएगी और पर्यटन विभाग से भी सहयोग की मांग की जाएगी। विभाग की वेबसाइट पर संकुल की पूरी जानकारी अपलोड की जाएगी, ताकि पर्यटकों को इसकी जानकारी मिल सके। उनका मानना है कि पर्यटकों की संख्या बढ़ने से देश-विदेश से आने वाले लोगों को काशी की पारंपरिक कलाओं और परिधानों को जानने का अवसर मिलेगा। संकुल में निफ्ट (NIFT) का कार्यालय भी है, जिसे नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा, जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर काम शुरू होगा।
गुरु पूर्णिमा पर पातालपुरी मठ में 151 मुस्लिमों ने ली गुरुदीक्षा, दिया धार्मिक एकता का संदेश
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर धार्मिक सद्भाव की एक अनूठी और प्रेरक मिसाल देखने को मिली। जगद्गुरु रामानंदाचार्य की पीठ पातालपुरी मठ में 151 मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गुरुदीक्षा ली। मुस्लिम महिलाओं ने पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु बालक देवाचार्य महाराज की आरती उतारी, जो रिश्तों की एकता का एक शक्तिशाली संदेश था।
इस अवसर पर जगद्गुरु बालक देवाचार्य महाराज ने कहा कि रामपंथ एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण है, जो लोगों में दया, प्रेम, करुणा, शांति और लोक कल्याण की भावना विकसित करता है। उन्होंने दोहराया कि अखंड भारत भूमि पर रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति डीएनए, पूर्वज, परंपरा और संस्कृति से एक ही है, और रामपंथ में सबका स्वागत है, इसमें कोई भेद नहीं। दीक्षा पाने वाले शहाबुद्दीन तिवारी, मुजम्मिल, फिरोज, अफरोज, सुल्तान, नगीना और शमशुनिशा ने इस अनुभव पर खुशी व्यक्त की। इस कार्यक्रम में रामपंथ के पंथाचार्य डॉ. राजीव श्रीगुरुजी सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।