School Closed: सावन के पावन महीने में काशी नगरी में शिवभक्तों की सुविधा और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ज़िला प्रशासन ने स्कूलों के लिए एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। अब सावन के हर सोमवार को कांवड़ यात्रा के मार्गों पर स्थित सभी स्कूल बंद रहेंगे।
ज़िला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशानुसार यह निर्णय लिया गया है। इसके तहत, जिन स्कूलों को सोमवार को बंद रहना है, उन्हें रविवार को खोलना होगा।
यह आदेश नगर क्षेत्र के सभी विद्यालयों पर लागू होगा। इन मार्गों पर लगभग 99 परिषदीय और करीब 25 माध्यमिक विद्यालय आते हैं। ज़िला प्रशासन ने यह कदम छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया है, क्योंकि सावन के सोमवार को इन क्षेत्रों में कांवड़ियों की भारी भीड़ होती है, जिससे स्कूल बसों और अन्य वाहनों के फंसने की आशंका रहती है। इसके अलावा, स्कूल आने-जाने के दौरान बच्चों और शिक्षकों को भीषण जाम की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। डीएम के इस निर्णय से शहर में जाम की स्थिति से भी काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
मंदिर क्षेत्र में ‘नो व्हीकल ज़ोन’ और एंट्री के नियम
छह द्वारों से एंट्री: श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश के लिए छह द्वारों (गेट नंबर चार, चार बी, नंदू फारिया, सिल्को गली, ढुंढिराज प्रवेश मार्ग और सरस्वती फाटक) से अनुमति दी जाएगी। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण ललिता घाट से फिलहाल प्रवेश अस्थायी रूप से प्रतिबंधित है, लेकिन जलस्तर कम होने पर यह गेट भी खोला जा सकता है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि दर्शन में 5-6 घंटे का समय लग सकता है, इसलिए खाली पेट लाइन में न लगें।
नो व्हीकल ज़ोन: काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास लगभग 2 किलोमीटर का इलाका (मैदागिन से गोदौलिया तक) सावन के दौरान ‘नो व्हीकल ज़ोन’ घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में किसी भी वाहन को चलने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 18 गोल्फ कार्ट और ई-रिक्शा निशुल्क उपलब्ध रहेंगे, जबकि व्हीलचेयर के लिए शुल्क देना होगा।