वाराणसी: शहर के चेतगंज इलाके में अवैध जुआ और सट्टा के खिलाफ लगातार आवाज़ उठाने वाले समाजसेवी शुभम सेठ गोलू पर जानलेवा हमला हुआ है। शुभम सेठ ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि देर रात जब वह अपने घर के बाहर खड़े थे, तभी इलाके के एक हिस्ट्रीशीटर सट्टा संचालक ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया, जान से मारने की धमकी दी और मारपीट की। इस घटना के बाद शुभम सेठ ने वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।

युवाओं को बचाने के लिए कर रहे थे काम
शुभम सेठ गोलू ने बताया कि वह लंबे समय से युवाओं को जुआ-सट्टा जैसी बुरी आदतों से दूर रहने और उनके घर-परिवार को बर्बाद होने से बचाने का काम कर रहे हैं। इसी कारण वह इस अवैध कारोबार के खिलाफ लगातार आवाज़ उठाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन सट्टेबाजों से क्षेत्र की जनता भी बेहद परेशान है, और आए दिन जुए को लेकर मारपीट की घटनाएँ इलाके में आम हो चुकी हैं।
जानलेवा हमला और पुलिस से निराशा
शुभम सेठ के अनुसार, जुआ-सट्टा का मामला उठाने पर उन्हें पहले भी धमकियाँ मिलती रही थीं। कल रात हुए हमले में क्षेत्रीय जनता के सहयोग से किसी तरह अपनी जान बचाकर वह चेतगंज थाने पहुँचे। हालांकि, रात और बारिश का बहाना बनाकर उन्हें थाने से कोई सहयोग नहीं मिला। शुभम ने बताया कि जब वह थाने के बाहर खड़े थे, तब भी हमलावर बाइक से लगातार थाने के आसपास मंडरा रहे थे।

पुलिस कमिश्नर से की शिकायत
जब उन्हें कोई और विकल्प नहीं सुझा, तो आज शुभम सेठ गोलू ने वाराणसी पुलिस कमिश्नर को लिखित शिकायत सौंपकर हमलावरों के खिलाफ तत्काल दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, उन्होंने क्षेत्र में चल रहे जुआ-सट्टा के अवैध कारोबार को भी तुरंत बंद कराने और उस पर उचित कार्रवाई करने की अपील की है।
इस घटना ने चेतगंज क्षेत्र में अवैध जुआ-सट्टा के बढ़ते प्रभाव और उसे रोकने के प्रयास कर रहे समाजसेवियों पर मंडरा रहे खतरे को उजागर किया है। अब देखना होगा कि पुलिस कमिश्नर इस मामले पर क्या संज्ञान लेते हैं और क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर कैसे नकेल कसी जाती है।