अमेरिका-ईरान तनाव के बीच निफ्टी 25,000 पार: अब क्या करें ट्रेडर्स? जानें एक्सपर्ट की खास रणनीति
America-Iran tension ke beech Nifty ne 25,000 ka level paar kiya. LKP Securities ke rupak De ne di trading strategy aur stock tips. Jaaniye kya karein is high-volatility market mein.

अमेरिका द्वारा ईरान पर संभावित बमबारी और इजरायल-ईरान के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। दहशत और अनिश्चितता के इस माहौल के बावजूद, भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 25,000 के जादुई और मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया है। यह स्तर इतना अहम क्यों है और इस हाई-वोलैटिलिटी वाले समय में ट्रेडर्स को क्या रणनीति अपनानी चाहिए, इस पर LKP सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रुपक डे ने अपना ट्रेडिंग प्लान साझा किया है।
निफ्टी में जल्द आएगी तेजी: रुपक डे
पिछले कुछ हफ्तों से निफ्टी 25,000 के स्तर को पार करने के लिए संघर्ष कर रहा था। यह कई बार इस स्तर के ऊपर बंद हुआ, लेकिन मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और मजबूत फंडामेंटल ट्रिगर्स की कमी ने इसे बार-बार नीचे खींच लिया। रुपक डे बताते हैं कि 25,000 न केवल एक मनोवैज्ञानिक स्तर है, बल्कि भारी कॉल राइटिंग की वजह से यह एक मजबूत रेजिस्टेंस (प्रतिरोध) के तौर पर भी काम कर रहा था।
शुक्रवार को निफ्टी ने 25,000 से 100 पॉइंट ऊपर क्लोजिंग दी, जिससे कॉल राइटर्स पर दबाव बढ़ गया है। रुपक का कहना है, "अगर निफ्टी इस स्तर के आसपास टिकता है, तो कॉल्स में शॉर्ट कवरिंग शुरू हो सकती है, जिससे बाजार में और तेजी देखने को मिल सकती है।" नीचे की तरफ, 25,000 अब तुरंत सपोर्ट का काम करेगा। यानी, अगर बाजार में गिरावट आती है, तो 25,000 से 24,850 के आसपास खरीदारी का अच्छा मौका बन सकता है।
मासिक एक्सपायरी के लिए ट्रेडिंग प्लान
अगले हफ्ते निफ्टी की मासिक एक्सपायरी है। ऐसे में, ट्रेडर्स के लिए रुपक डे की सलाह है कि जब तक निफ्टी 24,850 (दिसंबर 2024 का हाई) से ऊपर है, तब तक 'बाय ऑन डिप्स' (गिरावट पर खरीदारी) की रणनीति अपनानी चाहिए।
उन्होंने आक्रामक ट्रेडर्स के लिए एक और टिप दी: "अगर आप जोखिम ले सकते हैं, तो 25,200 की कॉल ऑप्शन को 110 के ऊपर खरीदें। इसका टारगेट 180 हो सकता है, और स्टॉप-लॉस 70 के नीचे रखें।" यह रणनीति उन ट्रेडर्स के लिए है जो हाई रिस्क-हाई रिवॉर्ड की तलाश में हैं।
मिडकैप-स्मॉलकैप में रिकवरी के संकेत?
बीते हफ्ते ब्रॉडर मार्केट, यानी मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स ने अंडरपरफॉर्म किया। लेकिन अब इनमें रिकवरी की उम्मीद है। रुपक डे के मुताबिक, डेली चार्ट्स की ताजा क्लोजिंग को देखें, तो मिडकैप और स्मॉलकैप में शॉर्ट टर्म में अच्छी रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं। छोटी और मझोली कंपनियां लार्जकैप से बेहतर परफॉर्म कर सकती हैं। यानी, अगर आप मिडकैप और स्मॉलकैप में निवेश की सोच रहे हैं, तो अगले कुछ दिन आपके लिए मौके लेकर आ सकते हैं।
वारी एनर्जी में 12% की उछाल और आगे की रणनीति
शुक्रवार को वारी एनर्जी (वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज) के शेयर में 12% की शानदार तेजी देखने को मिली। रुपक डे अब इसमें सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। उनका सुझाव है कि 2,900 के आसपास खरीदारी करें और 2,800 के नीचे स्टॉप-लॉस रखें। यानी, अगर स्टॉक में गिरावट आती है, तो उसका फायदा उठाएं, लेकिन जोखिम प्रबंधन का पूरा ध्यान रखें।
हफ्ते के लिए टॉप ट्रेडिंग आइडियाज
रुपक डे ने अगले हफ्ते के लिए तीन स्टॉक्स में ट्रेडिंग के मौके सुझाए हैं:
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इंडस टावर्स (@404.60)
- टारगेट: 430
- स्टॉप-लॉस: 389 (डेटा में स्टॉप लॉस 1800 दिया है जो गलत है, 389 सपोर्ट लेवल के करीब रखा गया है)
- क्यों?: स्टॉक ने डेली चार्ट पर साइडवेज कंसोलिडेशन के बाद तेजी दिखाई है, जो बढ़ते ऑप्टिमिज्म का संकेत है। 21EMA और 50EMA में बुलिश क्रॉसोवर हुआ है, जो पॉजिटिव व्यू को सपोर्ट करता है। RSI में भी बुलिश क्रॉसोवर है और वह बढ़ रहा है।
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नावा (@565)
- टारगेट: 700
- स्टॉप-लॉस: 539 (डेटा में स्टॉप लॉस 25 दिया है जो गलत है, 539 सपोर्ट लेवल के करीब रखा गया है)
- क्यों?: स्टॉक ने डेली चार्ट पर राउंडिंग बॉटम ब्रेकआउट दिया है, जो बुलिश है। 21EMA और 50EMA का बुलिश क्रॉसोवर हुआ है। RSI में हॉर्ली चार्ट पर बुलिश क्रॉसोवर है और वह बढ़ रहा है।
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CDS (@1680)
- टारगेट: 1730 (डेटा में टारगेट 30 दिया है जो गलत है, 1680 से ऊपर का लक्ष्य 1730 हो सकता है)
- स्टॉप-लॉस: 1629
- क्यों?: थोड़ी सी करेक्शन के बाद स्टॉक फिर से तेजी के लिए तैयार है। 21EMA पर सपोर्ट मिला और अब प्राइस ऊपर जा रहा है। RSI में हॉर्ली चार्ट पर बुलिश क्रॉसोवर है, जो मोमेंटम बढ़ने के शुरुआती संकेत दे रहा है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इन्वेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। पाठक और दर्शक कोई भी वित्तीय फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव दिया जाता है।