22 साल पहले जब अभिषेक बच्चन के साथ टूटी थी करिश्मा की सगाई, तो ऐसी हो गई थी एक्ट्रेस की हालत

22 saal pehle jab Karisma Kapoor aur Abhishek Bachchan ki sagai tooti thi, tab kaisi thi actress ki haalat? Purane interview mein kiya khulasa, parivar ne kaise diya saath.

22 साल पहले जब अभिषेक बच्चन के साथ टूटी थी करिश्मा की सगाई, तो ऐसी हो गई थी एक्ट्रेस की हालत

मुंबई: साल 2002 में बॉलीवुड में एक बड़ी खबर ने सबको चौंका दिया था, जब करिश्मा कपूर और अभिषेक बच्चन की सगाई टूटने की बात सामने आई थी। यह रिश्ता, जो 5 साल की डेटिंग के बाद सगाई तक पहुंचा था और जिसमें बच्चन परिवार भी काफी उत्साहित था, कुछ ही महीनों में टूट गया। हाल ही में करिश्मा के एक्स-हसबैंड संजय कपूर की मौत की खबर के बाद, अभिषेक के साथ उनके पुराने रिश्ते की चर्चा एक बार फिर तेज़ हो गई है। एक पुराने इंटरव्यू में करिश्मा ने खुद बताया था कि उन्होंने इस दर्दनाक दौर से कैसे खुद को संभाला था।


दर्दनाक था वो दौर, परिवार बना सहारा

सगाई टूटने के कुछ समय बाद, करिश्मा कपूर ने सुभाष झा से बात करते हुए उस मुश्किल वक्त को याद किया था। उन्होंने बताया था कि वह समय उनके लिए काफी दर्दनाक था। करिश्मा ने इस बात पर जोर दिया कि उनके पूरे परिवार ने मिलकर उन्हें इस मुश्किल सिचुएशन से बाहर निकालने में मदद की।

एक्ट्रेस ने कहा था, "अब समय आ गया है कि मैं बोलूं, इस साल की शुरुआत मेरे लिए दर्दनाक थी। मैं नहीं चाहती कि कोई भी लड़की इससे गुज़रे, मुझे अपने दुख और दर्द से खुद ही निपटना पड़ा।" उन्होंने आगे जोड़ते हुए कहा कि समय के साथ सब अच्छा हो जाता है।


किस्मत पर भरोसा और आगे बढ़ना

करिश्मा ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि, "हालांकि, मैं बहुत कुछ झेल चुकी हूं, लेकिन जो कुछ भी हुआ है, मैं उससे समझौता भी कर चुकी हूं। मैं बस इतना ही कहूंगी कि जो किस्मत में लिखा है, वह होना ही है।" उन्होंने स्वीकार किया कि वह अपनी परेशानियों का सामना करने के लिए मानसिक तौर पर तैयार नहीं थीं, लेकिन ज़िंदगी में आगे बढ़ना ज़रूरी होता है।

उन्होंने खास तौर पर अपने परिवार के सहयोग को सराहा। करिश्मा ने बताया कि अगर उनकी फैमिली उनके साथ नहीं होती, तो शायद वह इस परेशानी से कभी बाहर नहीं आ पातीं।

करिश्मा और अभिषेक की सगाई टूटने की असली वजह का खुलासा आज तक नहीं किया गया है, हालांकि उस वक्त कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। दोनों में से किसी भी परिवार ने इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की। करिश्मा की यह कहानी दिखाती है कि कैसे व्यक्तिगत जीवन में बड़े झटकों के बावजूद, व्यक्ति परिवार के सहारे और अपनी मानसिक शक्ति से आगे बढ़ सकता है।