एमपी के डिंडोरी में खेत में करंट से तेंदुआ और सियार की दर्दनाक मौत
MP ke Dindori mein khet mein current lagne se tendua aur siyar ki maut. Achanak aaye aandhi-toofan se tuta 11 KV ka bijli ka taar. Van vibhag kar raha jaanch.

डिंडोरी, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ शुक्रवार, 20 जून को पकरीसोडा गाँव के एक खेत में करंट की चपेट में आने से एक तेंदुआ और एक सियार की मौत हो गई। यह घटना अचानक आए आंधी-तूफान और भारी बारिश के कारण हुई, जब 11 केवी की विद्युत लाइन का तार टूटकर खेत में गिर गया।
घटनास्थल पर पहुंची वन विभाग की टीम
घटना की जानकारी खेत पर पहुंचे एक स्थानीय किसान ने वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र पूर्व करंजिया की टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट दी। इसके बाद आज, वन अधिकारी पुनीत सोनकर के नेतृत्व में तत्काल वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची। घटनास्थल का मुआयना करने के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञ और डॉग स्क्वायड का एक दल भी बुलाया गया।
छत्तीसगढ़ सीमावर्ती क्षेत्र स्थित अचानकमार टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क से भी वाइल्ड लाइफ टीम और डॉग स्क्वाड को बुलाया गया है, जो घटना की गहनता से जांच कर रहे हैं।
प्रारंभिक जांच में करंट लगने की पुष्टि
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि दोनों वन्यजीवों की मौत विद्युत तार की चपेट में आने से लगे करंट के कारण हुई है, क्योंकि जिस स्थान पर करंट लगा है, वह जल गया है। फिलहाल, शवों को मौके से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखा गया है, जहाँ जिला पशु चिकित्सा अधिकारी डिंडोरी और कान्हा नेशनल पार्क के विशेषज्ञ पशु चिकित्सक उनका पोस्टमार्टम करेंगे।
वन्यजीवों के विचरण का क्षेत्र
स्थानीय लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के टाइगर रिजर्व से तेंदुआ, भालू, और हाथी जैसे कई वन्यजीव अक्सर पानी और भोजन की तलाश में इस क्षेत्र में आ जाते हैं। इस घटना के बाद वन विभाग ने विद्युत विभाग को भी सूचना दी है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।
वन अधिकारी पुनीत सोनकर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। डॉग स्क्वाड को इसलिए बुलाया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह केवल करंट की चपेट में आने का मामला है या इसमें कोई अन्य पहलू भी शामिल है।