उमर अब्दुल्ला ने इजरायल के ईरान हमले को बताया 'अनुचित', वैश्विक चुप्पी पर जताई चिंता; कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा की मांग

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमले को 'पूरी तरह अनुचित' बताते हुए वैश्विक शक्तियों की चुप्पी की आलोचना की। उन्होंने ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा की मांग की और अहमदाबाद विमान हादसे पर भी शोक व्यक्त किया।

उमर अब्दुल्ला ने इजरायल के ईरान हमले को बताया 'अनुचित', वैश्विक चुप्पी पर जताई चिंता; कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा की मांग
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला.

जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए हमले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे “पूरी तरह अनुचित” करार देते हुए कहा कि इस्लामिक गणराज्य ईरान ने इजरायल को उसके खिलाफ हमला करने का कोई कारण नहीं दिया था। अब्दुल्ला ने इस हमले पर विश्व शक्तियों की चुप्पी को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया।


"इजरायल का हमला उतना ही गलत, जितना यूक्रेन पर रूस का हमला"

श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, "जहां तक मुझे जानकारी है, ईरान ने इजरायल के खिलाफ किसी भी प्रकार की युद्धक कार्रवाई नहीं की है। इसके बावजूद इजरायल ने अपनी इच्छा से ईरान पर हमला किया और उसे एक पूर्व-प्रतिरोधक कार्रवाई करार दिया, जो पूरी तरह अनुचित है।"

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि वैश्विक शक्तियां, विशेष रूप से अमेरिका और यूरोपीय देश, इस मुद्दे पर मौन बनी रहती हैं, तो यह एक खतरनाक परंपरा की शुरुआत हो सकती है। अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया, "अगर रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला करना गलत है और उस पर विश्व भर में प्रतिक्रिया होती है, तो इजरायल द्वारा ईरान पर हमला करना भी उतना ही गलत और निंदनीय है।"

शुक्रवार को इजरायल ने तेहरान पर हमला कर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाया था। इस घटना ने मध्य पूर्व के दो कट्टर विरोधियों के बीच पूर्ण युद्ध की आशंका को और गहरा कर दिया है।


हमले का वैश्विक और घरेलू अर्थव्यवस्था पर असर

अब्दुल्ला ने कहा कि इस हमले का असर सिर्फ ईरान और इजरायल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरी दुनिया पर पड़ेगा। उन्होंने कहा, "इसका प्रभाव हमारे देश पर भी पड़ेगा। चाहे वह ईंधन की कीमतें हों, शेयर बाजार हो या वेस्ट की ओर जाने वाली उड़ानें, सभी पर इसका प्रभाव पड़ेगा। इससे लोगों की भावनाएं भी आहत होंगी।"


ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा की मांग

उमर अब्दुल्ला ने विदेश मंत्रालय से अपील की कि ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय से तत्काल अनुरोध किया गया है। उनके परिवार बेहद चिंतित हैं और हम उनके साथ खड़े हैं। छात्रों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाया जाए।"


अहमदाबाद विमान हादसे पर भी जताया शोक

इस दौरान उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे पर भी गहरा शोक व्यक्त किया। लंदन जाने वाले एयर इंडिया के विमान में 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई थी। उन्होंने कहा, "यह एक अत्यंत दुखद घटना है। हम पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं और उम्मीद करते हैं कि दुर्घटना के कारणों की जल्द जांच होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।"