PDU Junction : रेलवे स्टेशन पर 36 घंटे वाहन खड़े करने पर वसूल रहे 72 घंटे का किराया, ऐसे खुली पोल पीडीडीयू जंक्शन पर पार्किंग में खुलेआम हो रही लूट, 36 घंटे के बदले वसूले जा रहे 72 घंटे का किराया!

पीडीयू जंक्शन पर बाइक पार्किंग में लूट। यात्रियों से 36 घंटे के बदले 72 घंटे का किराया वसूल जा रहा। आईएमए सचिव की शिकायत के बाद खुली पोल। रेलवे ने जंच का दिया आदेश.

PDU Junction : रेलवे स्टेशन पर 36 घंटे वाहन खड़े करने पर वसूल रहे 72 घंटे का किराया, ऐसे खुली पोल पीडीडीयू  जंक्शन  पर पार्किंग में खुलेआम हो रही लूट, 36 घंटे के बदले वसूले जा रहे  72  घंटे का किराया!

PDU Junction : पंडित दीनदयाल उपाध्याय (पीडीडीयू) जंक्शन रेलवे स्टेशन पर बाइक पार्किंग के नाम पर यात्रियों से खुलेआम जबरन वसूली की जा रही है। पार्किंग संचालक 36 घंटे वाहन खड़े करने पर 72 घंटे का किराया वसूल रहे हैं, और 24 घंटे में एक मिनट की भी देरी होने पर अगले 24 घंटे का किराया जोड़ दिया जाता है। इस मनमानी पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार के प्रदेश सचिव डॉ. संतोष कुमार सिंह ने रेलवे से औपचारिक शिकायत की है, जिसके बाद इस पूरे गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ है।


कैसे खुली पोल?

पीडीडीयू जंक्शन देश के सबसे प्रतिष्ठित और पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है, जहाँ रोज़ाना 20 हज़ार से ज़्यादा यात्रियों का आवागमन होता है। लेकिन यात्रियों की सुविधाओं और उनकी समस्याओं पर शायद ही किसी का ध्यान जाता है। सूत्रों के मुताबिक, जिम्मेदारों की मिलीभगत से पार्किंग संचालक और अन्य दुकानदार आए दिन यात्रियों को ठगते रहते हैं।

चार महीने पहले जहाँ बाइक पार्किंग का किराया 24 घंटे का मात्र 10 रुपया था, अब वहीं 24 घंटे का किराया 30 रुपया हो गया है। इसके अलावा, अब घंटे के हिसाब से किराया वसूलने का नियम बनाया गया है, लेकिन यह नियम उन लोगों पर लागू नहीं होता जो एक या दो दिन के लिए बाइक खड़ी करते हैं। उनसे जबरन एक दिन ज़्यादा का पार्किंग शुल्क लिया जा रहा है।

इस धांधली का खुलासा तब हुआ जब पार्किंग संचालकों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहार के प्रदेश सचिव डॉ. संतोष कुमार सिंह से भी 36 घंटे पार्किंग के बदले 72 घंटे का किराया वसूल लिया। डॉ. सिंह ने इसकी शिकायत एक्स (पहले ट्विटर) पर रेलवे से की है।


शिकायतें और यात्रियों का अनुभव

केस-1: डॉ. संतोष कुमार सिंह का अनुभव डॉ. संतोष कुमार सिंह ने 13 जून की रात 8:43 बजे अपनी स्कूटी पीडीडीयू जंक्शन की पार्किंग में खड़ी की और पटना चले गए। वे 15 जून को सुबह 8:45 बजे वापस आए और गाड़ी लेने पहुँचे। पार्किंग संचालक ने उनसे 90 रुपये यानी कुल तीन दिन (72 घंटे) का किराया माँगा, जबकि गाड़ी खड़ी किए दो दिन भी पूरे नहीं हुए थे (दो दिन 15 जून की शाम 8:43 बजे होते)। विरोध करने पर संचालक ने उन्हें धमकाया और कहा, "आपको देना ही होगा। 13 से 15 तीन दिन हो गया।" डॉ. सिंह के रसीद पर लिखने को कहने पर संचालक ने लिख भी दिया और मुहर भी लगा दी, यह कहते हुए कि "जो करना है जाकर कर लेना, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।"

केस-2: मुगलसराय के कृष्ण कुमार का अनुभव मुगलसराय के कृष्ण कुमार 17 जून को प्रतियोगी परीक्षा देने प्रयागराज गए। उन्होंने 17 जून की रात 11:41 बजे पीडीडीयू जंक्शन की बाइक पार्किंग में अपनी बाइक पार्क की और रसीद ली जिस पर 11:41 का समय भी लिखा था। 18 जून को वे 11:39 बजे पार्किंग में वापस आ गए (24 घंटे पूरे होने से 2 मिनट पहले)। पार्किंग संचालकों ने देखा कि वे समय से पहले आ गए हैं, तो उन्होंने कृष्ण कुमार से अपनी गाड़ी खोजकर लाने को कहा। गाड़ी खोजकर लाने में उन्हें तीन मिनट लगे, और जब उन्होंने रसीद दी तो 11:42 मिनट हो रहे थे – यानी केवल एक मिनट लेट, वो भी गाड़ी लाने में। ऐसे में पार्किंग संचालकों ने उनसे अगले 24 घंटे का भी किराया वसूल किया। लाख बहस करने पर भी वे नहीं माने और पैसे लेने पर अड़े रहे।