योगिनी एकादशी व्रत 2025: अगर गलती से टूट जाए व्रत, तो ये सरल उपाय आएंगे आपके काम!
Agar galti se toot gaya hai aapka Yogini Ekadashi ka vrat, toh ghabraiye nahi! Yahan diye gaye saral upay apnakar aap pa sakte hain dosh se mukti aur bhagwan Vishnu ki kripa.

आज योगिनी एकादशी का पवित्र व्रत है। एकादशी का व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण और नियमों से परिपूर्ण होता है, इसलिए यदि किसी कारणवश यह गलती से टूट जाए, तो मन में संशय और दुख आना स्वाभाविक है। हालांकि, शास्त्रों में ऐसी स्थितियों के लिए कुछ सरल प्रायश्चित के उपाय बताए गए हैं, जिनसे आप दोष से मुक्त हो सकते हैं और भगवान विष्णु की कृपा बनाए रख सकते हैं।
व्रत टूटने पर तुरंत करें ये काम:
जैसे ही आपको पता चले कि आपका व्रत टूट गया है, तुरंत भगवान विष्णु (या अपने इष्टदेव) के समक्ष हाथ जोड़कर क्षमा याचना करें। सच्चे मन से अपनी भूल स्वीकार करें और उनसे प्रार्थना करें कि वे आपकी मजबूरी या अनजाने में हुई गलती को क्षमा करें।
पवित्रता और तुलसी दल का महत्व:
- स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें।
- भगवान को तुलसी दल अर्पित करें और स्वयं भी एक या दो तुलसी दल ग्रहण करें। तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है और इसे ग्रहण करने से पापों का शमन होता है।
- ध्यान दें: एकादशी पर तुलसी के पत्ते तोड़े नहीं जाते, इसलिए यदि आपके पास पहले से रखे हुए तुलसी दल हों तो उनका प्रयोग करें।
करें ये खास उपाय:
- मंत्र जाप: भगवान विष्णु के द्वादशाक्षर मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” का यथाशक्ति जाप करें। रुद्राक्ष की माला से कम से कम 11 माला जाप करने का प्रयास करें। यह मंत्र अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है और भगवान विष्णु को शीघ्र प्रसन्न करता है। आप चाहें तो विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी कर सकते हैं।
- दान-पुण्य: अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करें।
- गाय को हरा चारा या आटे की लोई खिलाएं।
- किसी ब्राह्मण, गरीब या ज़रूरतमंद व्यक्ति को भोजन, पीले वस्त्र, फल, मिठाई, चने की दाल या हल्दी का दान करें। दान करने से पापों का शमन होता है और भगवान की कृपा बनी रहती है।
इन सरल उपायों को सच्चे मन से अपनाने पर, यदि आपका योगिनी एकादशी का व्रत अनजाने में टूट जाता है, तो भी आप दोष से मुक्त हो सकते हैं और व्रत का पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं।