रायपुर एयरपोर्ट पर इंडिगो फ्लाइट का गेट लॉक: पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत सैकड़ों यात्री 40 मिनट फंसे
रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर दिल्ली से आई इंडिगो की एक फ्लाइट का गेट तकनीकी खराबी के कारण लॉक हो गया। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित सैकड़ों यात्री 40 मिनट तक फंसे रहे, जिससे एयरपोर्ट पर हड़कंप मच गया।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मंगलवार (17 जून 2025) को उस समय हड़कंप मच गया, जब दिल्ली से रायपुर पहुँची इंडिगो फ्लाइट का गेट तकनीकी खराबी के कारण लॉक हो गया। फ्लाइट दोपहर 2:25 बजे रायपुर में सुरक्षित लैंड हुई थी, लेकिन गेट नहीं खुलने के कारण यात्री करीब 40 मिनट तक विमान में ही फंसे रहे। इस फ्लाइट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधायक चातुरी नंद और रायपुर की महापौर मीनल चौबे सहित सैकड़ों यात्री सवार थे।
क्यों फँसे रहे यात्री?
महापौर मीनल चौबे ने बताया कि फ्लाइट ने रायपुर में सुरक्षित लैंडिंग की, लेकिन क्रू मेंबर्स को पायलट से गेट खोलने की परमिशन नहीं मिली। तकनीकी खराबी के कारण पायलट के डिस्प्ले में गेट खोलने का सिग्नल नहीं दिख रहा था, जिसके चलते यात्रियों को 40 मिनट तक विमान के अंदर ही रहना पड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान फ्लाइट में कूलिंग और पानी की कोई कमी नहीं थी, जिससे यात्रियों को ज़्यादा परेशानी नहीं हुई। हालांकि, हाल ही में हुए अहमदाबाद विमान हादसे की यादों के कारण कुछ यात्रियों में घबराहट ज़रूर थी।
इंजीनियर्स ने खोला गेट, जांच जारी
लगभग 40 मिनट की मशक्कत के बाद इंजीनियर्स ने गेट को खोला और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस घटना ने रायपुर एयरपोर्ट पर हलचल मचा दी, क्योंकि फ्लाइट में कई प्रमुख हस्तियां भी मौजूद थीं, जिसके चलते यह एक बड़ी चिंता का विषय बन गया।
जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट के गेट लॉक होने की वजह सिस्टम में तकनीकी खराबी थी, जिससे गेट खोलने के लिए ज़रूरी सिग्नल पायलट के डिस्प्ले पर नहीं आ रहा था। एयरपोर्ट स्टाफ़ और इंजीनियर्स ने कड़ी मेहनत के बाद इस समस्या को हल निकाला। इंडिगो की ओर से इस घटना पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
अहमदाबाद हादसे के बाद बढ़ी यात्रियों की घबराहट
हाल ही में अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश में सैकड़ों लोगों की मौत की खबर ने लोगों को झकझोर कर रख दिया था। इस घटना के बाद विमान से जुड़ी किसी भी ख़राबी को लेकर यात्री डरे हुए हैं। रायपुर एयरपोर्ट की इस घटना ने भी यात्रियों में बेचैनी पैदा की, लेकिन समय रहते स्थिति को कंट्रोल कर लिया गया।
क्या आपको लगता है कि एयरलाइंस को ऐसी तकनीकी ख़राबी की स्थिति में यात्रियों को तुरंत जानकारी देने के लिए बेहतर प्रोटोकॉल बनाने चाहिए?