इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का विवादित बयान: "तेहरान जल रहा है, अब मिशन पूरा करके लौटेंगे!" - ईरान-इज़रायल तनाव और बढ़ा
यरुशलम/तेहरान: इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर चल रहे हमलों और मध्य-पूर्व की वर्तमान स्थिति को लेकर एक बेहद कड़ा और भड़काऊ बयान दिया है,

यरुशलम/तेहरान: इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर चल रहे हमलों और मध्य-पूर्व की मौजूदा स्थिति को लेकर एक अत्यंत कठोर और उत्तेजक बयान दिया है, जिसने क्षेत्रीय तनाव को चरम पर पहुँचा दिया है। उनके इस बयान से लगता है कि इज़रायल ईरान के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को और भी आगे बढ़ाने की तैयारी में है।
नेतन्याहू के प्रमुख बिंदु:
- "तेहरान जल रहा है।": नेतन्याहू ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि तेहरान (ईरान की राजधानी) जल रहा है, और इज़रायल का मिशन अब पूरा होने के करीब है, जिसके बाद वे जल्द ही अपने देश लौटेंगे। यह बयान ईरान में चल रही अंदरूनी अस्थिरता और इज़रायली हमलों के कथित प्रभाव की ओर इशारा करता है।
- नेतृत्व परिवर्तन का आह्वान: उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि ईरान में सरकार का बदलना आवश्यक है। नेतन्याहू के अनुसार, इसके लिए वहाँ की पूरी लीडरशिप को निशाना बनाना होगा, क्योंकि ईरानी नेतृत्व अब "बेहद कमज़ोर" हो चुका है। यह इज़रायल की ओर से ईरान में सत्ता परिवर्तन की एक सीधी धमकी के रूप में देखा जा रहा है।
- परमाणु हथियार और हूती कनेक्शन का दावा: नेतन्याहू ने एक गंभीर दावा करते हुए कहा कि उन्हें खुफिया जानकारी मिली है कि ईरान अपने परमाणु हथियार यमन के हूती विद्रोहियों को सौंपना चाहता है। यदि यह दावा सत्य पाया जाता है, तो यह मध्य-पूर्व में सुरक्षा परिदृश्य को पूरी तरह बदल देगा और वैश्विक शक्तियों के लिए एक नई चुनौती पैदा करेगा।
बयान का निहितार्थ:
नेतन्याहू के इस बयान ने ईरान-इज़रायल टकराव को एक नए और अधिक गंभीर स्तर पर पहुँचा दिया है। यह स्पष्ट संकेत देता है कि यह संघर्ष जल्द थमने वाला नहीं है, बल्कि आने वाले समय में सैन्य और राजनीतिक मोर्चे पर और भी तेज़ी आ सकती है। इस तरह के बयान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिंताएँ बढ़ा रहे हैं और वैश्विक शक्तियों पर इस बढ़ते संघर्ष को रोकने के लिए दबाव डाल रहे हैं। इस बयान के बाद ईरान की प्रतिक्रिया का इंतज़ार है, जिससे स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी।