Mirzapur News : चील्ह थाने में पंचायत के दौरान युवक को मारी गोली, पुलिस की सुरक्षा पर सवाल

मिर्जापुर में एक चौंकाने वाली घटना में एक युवक ने प्रेम प्रसंग से जुड़ी पंचायत के दौरान चील थाने के अंदर लड़की के भाई को गोली मार दी। हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है।

Mirzapur  News  : चील्ह थाने में पंचायत के दौरान युवक को मारी गोली, पुलिस की सुरक्षा पर सवाल

 Mirzapur Crime, Shootout In Police Station  : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चील्ह थाने में रविवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना घटी। थाने परिसर में चल रही एक प्रेम प्रसंग से जुड़े विवाद की पंचायत के दौरान, लड़का पक्ष के एक युवक ने लड़की के भाई को दौड़ाकर गोली मार दी। यह जघन्य अपराध पुलिस की मौजूदगी में अंजाम दिया गया, जिससे थाने की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए हमलावर युवक को हिरासत में ले लिया है, जबकि घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भदोही का एक युवक मिर्जापुर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में शिक्षक है, और चील्ह थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती भी उसी स्कूल में शिक्षिका है। दोनों के बीच प्रेम संबंध को लेकर विवाद होने के बाद मामला थाने पहुंचा था। शनिवार को इस विवाद को सुलझाने के लिए युवक के साथी और युवती के परिजन व स्थानीय नेता थाने में पंचायत के लिए एकत्रित हुए थे।

पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में आधी रात तक पंचायत चली, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। रविवार दोपहर फिर से पंचायत शुरू हुई। तभी अचानक, विवाद बढ़ने पर युवक के साथ आए एक अज्ञात साथी ने पहले पुलिस की ओर रिवॉल्वर तान दी और फिर थाने परिसर में मौजूद युवती के भाई को दौड़ाकर गोली मार दी। गोली लगने से युवती का भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। इस अप्रत्याशित घटना से थाने में हड़कंप मच गया।

घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सोमेन बर्मा सहित कई थानों की पुलिस फोर्स तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। घायल युवक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने हमलावर युवक को हिरासत में ले लिया है और मामले की गहन जांच कर रही है।

थाने परिसर में, जहां कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है, इस प्रकार की हिंसक घटना ने पुलिस की कार्यशैली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। यह घटना दर्शाती है कि अपराधियों में कानून का भय कितना कम हो गया है कि वे पुलिस थाने के अंदर भी अपराध करने से नहीं हिचकिचा रहे हैं।