मेरठ मेडिकल कॉलेज में शर्मनाक घटना: 13 साल की किशोरी से दुष्कर्म, कॉलेज प्रशासन पर सवाल

मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के आर्थोपेडिक वार्ड में 13 साल की किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन के गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।

मेरठ मेडिकल कॉलेज में शर्मनाक घटना: 13 साल की किशोरी से दुष्कर्म, कॉलेज प्रशासन पर सवाल
मेरठ मेडिकल कॉलेज (फाइल फोटो).

मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के आर्थोपेडिक वार्ड में एक 13 साल की किशोरी से दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन के बेहद गैर-जिम्मेदाराना रवैये को उजागर किया है। आरोप है कि दुष्कर्म की इस वारदात को एक युवक ने अंजाम दिया, जिसका भाई उसी वार्ड में भर्ती था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।


क्या है पूरा मामला?

इंचोली थाना क्षेत्र की रहने वाली 13 साल की किशोरी का घुटने आपस में टकराने की समस्या को लेकर ऑर्थोपेडिक विभाग में इलाज चल रहा था। इसी वार्ड में पिछले कई महीनों से उत्तराखंड के काशीपुर निवासी मोहित भी भर्ती था, जिसका एक्सीडेंट में पैर कट गया था। मोहित का छोटा भाई रोहित उसकी देखरेख के लिए तीमारदार के रूप में वहाँ मौजूद था। आरोप है कि इसी रोहित (20 वर्ष) ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने बच्ची के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपी रोहित को गिरफ्तार भी कर लिया है।

पुलिस ने बताया कि मोहित के साथ उसके दो छोटे भाई या परिवार के अन्य सदस्य आते-जाते रहते थे। घटना के समय उसका छोटा भाई रोहित ही उसके साथ था।


मेडिकल कॉलेज प्रशासन का गैर-जिम्मेदाराना रवैया

मेरठ का मेडिकल कॉलेज हर साल सुरक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च करता है और सुरक्षा गार्डों को मासिक वेतन देता है, लेकिन इसके बावजूद कॉलेज परिसर में आए दिन विभिन्न घटनाएँ होती रहती हैं। किशोरी के साथ दुष्कर्म की इस घटना में भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन का रवैया बेहद गैर-जिम्मेदाराना दिखाई पड़ा। बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन इस पूरे मामले को छुपाने का प्रयास करता रहा और आनन-फानन में पीड़ित किशोरी को डिस्चार्ज भी कर दिया गया था।

हालांकि, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पीड़ित किशोरी के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया और आरोपी रोहित को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। रोहित उत्तराखंड के काशीपुर में एक लोहे की फैक्ट्री में काम करता है। यह घटना मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है।