वाराणसी मंडलायुक्त एस राजलिंगम का गंगा घाटों का निरीक्षण: कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस जर्जर देख तत्काल नोटिस जारी करने का आदेश

वाराणसी के मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने हनुमान घाट स्थित जर्जर कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस को देखकर नगर निगम को तत्काल नोटिस जारी करने का आदेश दिया।

वाराणसी मंडलायुक्त एस राजलिंगम का गंगा घाटों का निरीक्षण: कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस जर्जर देख तत्काल नोटिस जारी करने का आदेश

Varanasi News : वाराणसी के मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने रविवार को गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर चल रहे सौंदर्यीकरण और पुनरुद्धार कार्यों का सख़्त निरीक्षण किया। इस दौरान, हनुमान घाट पर स्थित कर्नाटक स्टेट गेस्ट हाउस की जर्जर इमारत को देखकर उन्होंने गंभीर नाराजगी जताई और नगर निगम को तत्काल नोटिस जारी करने का आदेश दिया।


नमो घाट से अस्सी तक मोटर बोट से किया निरीक्षण

मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने मोटर बोट के ज़रिए नमो घाट से अस्सी तक गंगा के घाटों का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य रूप से पंच अग्नि अखाड़ा घाट, रानी घाट, प्रह्लाद घाट, नया घाट, तेलिया नाला घाट, सक्का घाट, निषादराज घाट और गोला घाट पर चल रहे कार्यों का जायजा लिया और अधिकारियों को काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।


इमारतों की पेंटिंग और सुरक्षा उपायों पर जोर

निरीक्षण के दौरान, पिरामल ग्रुप के प्रतिनिधि आदित्य कुमार सिंह को निर्देश दिया गया कि घाट से सटी इमारतों की पेंटिंग कार्य को घाट की थीम के अनुरूप कराते हुए रंग-सामंजस्य सुनिश्चित किया जाए। जिन भवनों की बाहरी दीवारें ईंटों की चिनाई में हैं, उन पर प्लास्टर कर थीमैटिक म्यूरल्स या भित्तिचित्र बनवाने के निर्देश दिए गए।

मणिकर्णिका घाट के निरीक्षण में कार्यदायी संस्था ब्रिजटेक इंफ्राविजन को कार्य स्थल पर उपयुक्त साइनेज के साथ सभी सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, मॉनसून के आगमन को देखते हुए बरसात के जल स्तर तक का कार्य शीघ्रता से पूरा करने का निर्देश दिया गया, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचा जा सके। हरिश्चंद्र घाट के निरीक्षण के दौरान जल निगम के अधिशासी अभियंता कमल कुमार सिंह को घाट क्षेत्र में सीवर और स्टॉर्म वॉटर पाइपलाइन की मरम्मत अविलंब कराने को कहा गया।


घाटों के सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व को पुनर्स्थापित करने का लक्ष्य

मंडलायुक्त ने बताया कि आठ घाटों पर चल रहे कार्यों का प्रमुख उद्देश्य स्थानीय समुदायों को घाटों से सक्रिय रूप से जोड़ते हुए उनके सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक महत्व को पुनर्स्थापित करना है। परियोजना के अंतर्गत घाटों पर अखाड़ा, एम्फीथिएटर, छायादार विश्राम स्थल, शौचालय, पुलिस चौकी, पारंपरिक स्थापत्य शैली में निर्मित छत्रियां, चबूतरे, बैठने की समुचित व्यवस्था और प्रत्येक घाट की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को दर्शाने वाले साइनबोर्ड स्थापित किए जा रहे हैं। घाटों की सांध्यकालीन छवि को आकर्षक बनाने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।

मंडलायुक्त ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि प्रत्येक कार्य गुणवत्ता, सांस्कृतिक समरसता, सुरक्षा एवं नागरिक सुविधा की दृष्टि से उच्चतम मानकों के अनुरूप समयबद्ध रूप से पूर्ण हों, ताकि वाराणसी की सांस्कृतिक गरिमा एवं पर्यटन की वैश्विक पहचान और अधिक सुदृढ़ हो सके।