पश्चिम बंगाल विधानसभा में झड़प: BJP विधायक और मार्शल भिड़े, 14 सुरक्षाकर्मी घायल
पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा विधायकों और मार्शलों के बीच झड़प हो गई, जिसमें 14 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। यह घटना राज्य विधानसभा के इतिहास में पहली बार हुई है, जिसने कानून-व्यवस्था और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कालीगंज में अल्पसंख्यक समुदाय की एक नाबालिग लड़की की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है। इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में अल्पसंख्यकों को अब सच समझना होगा। भट्टाचार्य ने सवाल उठाया कि क्या हरियाणा या गुजरात में किसी उपचुनाव के बाद बमबारी में किसी की मौत हुई है?
उपचुनाव के बाद बम फटने से नाबालिग की मौत
दरअसल, कालीगंज विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की उम्मीदवार अलीफा अहमद ने जीत दर्ज की है। चुनाव नतीजों से थोड़ी देर पहले ही विधानसभा क्षेत्र में एक बम फटने की खबर सामने आई, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय की एक 9 साल की मासूम की मौत हो गई। इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समिक भट्टाचार्य ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि लोग अब पुलिस, सीआईडी और प्रशासन पर विश्वास खो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण ही ऐसी घटनाएँ बार-बार हो रही हैं, और हर बार इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
विधानसभा में BJP विधायकों और मार्शलों की झड़प
इसी बीच, पश्चिम बंगाल विधानसभा में पहली बार ऐसी घटना सामने आई है जहाँ BJP विधायकों और मार्शलों (सुरक्षा गार्ड्स) के बीच झड़प हो गई। पहले सिर्फ BJP विधायक शंकर घोष के घायल होने की खबर सामने आई थी, लेकिन बाद में जानकारी मिली कि इस झड़प में कुल 14 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। हालांकि, सभी को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
यह घटना राज्य विधानसभा के इतिहास में पहली बार हुई है, जिसने पूरे प्रशासन और सत्तारूढ़ दल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। BJP नेताओं ने इस घटना को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं, विपक्ष इस मुद्दे को लेकर आगामी सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी में है। यह घटनाक्रम पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकता है।