कोलकाता होटल अग्निकांड: भीषण आग से 15 की मौत, कई घायल, राहत और बचाव कार्य जारी

कोलकाता के मेचुआपट्टी इलाके में मंगलवार रात एक होटल में भीषण आग लगने से 15 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। दमकल विभाग ने आग पर काबू पाया, राहत-बचाव कार्य जारी है।

कोलकाता होटल अग्निकांड: भीषण आग से 15 की मौत, कई घायल, राहत और बचाव कार्य जारी

कोलकाता (30 अप्रैल 2025): पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मेचुआपट्टी इलाके में मंगलवार रात एक होटल में लगी भीषण आग ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। यह दर्दनाक हादसा रात करीब 8:15 बजे बुर्राबाजार इलाके स्थित ऋतुराज होटल में हुआ, जिसमें अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

हादसे का विवरण:

होटल के परिसर में अचानक आग लगने से चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। यह इलाका अत्यधिक भीड़भाड़ वाला है और संकरी गलियों के कारण दमकल विभाग की टीमों को मौके पर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगते ही लोग खिड़कियों और संकरी दीवारों से भागने की कोशिश करने लगे। कई लोग चौथी मंजिल से कूदने की कोशिश करते समय घायल हो गए।

दमकल विभाग की तत्परता:

सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 10 गाड़ियाँ मौके पर भेजी गईं। दमकलकर्मियों ने कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक भारी नुकसान हो चुका था। अधिकारियों ने बताया कि 14 शव घटनास्थल से बरामद किए गए, जबकि एक घायल की इलाज के दौरान मौत हो गई। राहत और बचाव अभियान अब भी जारी है।

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई:

कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा और मेयर फिरहाद हकीम घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायज़ा लिया। एक विशेष जांच टीम गठित की गई है जो आग लगने के कारणों की पड़ताल कर रही है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का संभावित कारण माना जा रहा है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ:

  • भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "कोलकाता के मेचुआ इलाके में एक होटल में लगी भीषण आग में लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं। आग्नि सुरक्षा उपायों की समीक्षा और सख्त निगरानी की जरूरत है।"

  • कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने कोलकाता नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "इस हादसे में निगम की लापरवाही उजागर हो गई है। ऐसी पुरानी और भीड़भाड़ वाली इमारतों में कोई सुरक्षा उपाय नहीं थे।"

बुर्राबाजार: पूर्वी भारत का सबसे बड़ा थोक बाजार

बता दें कि जिस क्षेत्र में यह हादसा हुआ, वह बुर्राबाजार कहलाता है, जो पूर्वी भारत का सबसे बड़ा थोक बाजार है। यहाँ व्यापारिक गतिविधियाँ दिन-रात चलती रहती हैं। संकरी गलियाँ और अनियंत्रित निर्माण इसे दुर्घटनाओं के लिहाज़ से संवेदनशील बनाते हैं।


निष्कर्ष:

कोलकाता के इस हादसे ने एक बार फिर शहरी अग्नि सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और दमकल विभाग की तत्परता के बावजूद इतने बड़े नुकसान को टाला नहीं जा सका। यह ज़रूरी है कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में अग्नि सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।