UP News : दोपहर 1:01 बजे गोरखपुर पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, CM और Governor ने किया स्वागत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार दोपहर 1:01 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचीं, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया। बारिश के बावजूद भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों और जयकारों के साथ उनका काफिला सर्किट हाउस पहुंचा।

Gorakhpur News : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार, 30 जून 2025 को दोपहर 1:01 बजे गोरखपुर एयरपोर्ट पर पहुंचीं, जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और राज्यपाल तीनों एक ही फ्लाइट में गोरखपुर पहुंचे थे।
जोरदार स्वागत और उमड़ा जनसैलाब
एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति के स्वागत के लिए सांसद रविकिशन, मेयर डॉ. मंगलेश, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद, राष्ट्रपति का काफिला नंदानगर, कुनराघाट, आरकेबीके और रिंग रोड होते हुए सर्किट हाउस पहुंचा। पूरे रास्ते में जगह-जगह राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया। उनके स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए, ढोल-नगाड़े बजते रहे और लोगों ने तिरंगा दिखाकर महामहिम का अभिवादन किया।
बारिश ने स्वागत की तैयारियों में थोड़ी खलल जरूर डाली, लेकिन महामहिम के आगमन के जोश के आगे यह भी फीकी पड़ गई। बच्चे और स्थानीय लोग घंटों बारिश में भीगते रहे, सिर्फ राष्ट्रपति की एक झलक पाने की बेताबी उनके इरादों को डिगा नहीं पाई। जब राष्ट्रपति का काफिला गुजरा, तो भारत माता के जयकारों से पूरा माहौल गूंज उठा। राष्ट्रपति ने भी गाड़ी के अंदर से ही हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
कुनराघाट और नंदानगर में विशेष स्वागत
कुनराघाट तिराहे पर पूर्वाह्न 11 बजे से ही डस्ट टू क्राउन और नीना थापा इंटर कॉलेज के बच्चे पहुंच गए थे। करीब 11:30 बजे बारिश शुरू होने के बावजूद, बच्चे राष्ट्रपति की एक झलक पाने के लिए डटे रहे। लगभग एक बजे बारिश खुलने के बाद भी, वंदे मातरम और भारत माता की जय के जयकारों से माहौल गूंजायमान रहा।
नंदानगर पुलिस चौकी के सामने, आजमगढ़ की ओर से आए कलाकारों ने कठघोड़वा नृत्य से राष्ट्रपति का जोरदार स्वागत किया। कलाकारों और स्थानीय लोगों के हाथों में तिरंगा था, जिससे देशभक्ति का जज्बा चरम पर था। ढोल, मंजीरा और सिंहा भी बज रहे थे, और नृत्य कलाकारों के साथ-साथ लोग बारिश में भीगने के बाद भी टकटकी लगाए खड़े थे। काफिला गुजरने के बाद भी लोगों ने हाथ हिलाकर राष्ट्रपति का अभिवादन किया और कुछ ने फूल भी बरसाए। आजमगढ़ की 15 सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे मुन्ना लाल यादव ने कहा कि इस नृत्य को लिल्ली घोड़ी या धोबिया नृत्य भी कहा जाता है, और इसे करके वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
राष्ट्रपति एम्स के दीक्षांत समारोह और आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह में शामिल होने गोरखपुर आई हैं। उनके आगमन को देखते हुए सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रपति के पूरे रूट पर चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। घरों की छतों पर भी सुरक्षा एजेंसियों के लोग मुस्तैद थे और एयरपोर्ट के बाहर भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
यह यात्रा गोरखपुर के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि राष्ट्रपति एम्स के दीक्षांत समारोह और आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगी।