1 जुलाई 2025 से बदलेंगे कई अहम नियम: ट्रेन टिकट, ATM और LPG पर सीधा असर

1 जुलाई 2025 से कई नए नियम लागू होंगे, जो आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालेंगे। इनमें ट्रेन टिकट का महंगा होना, तत्काल बुकिंग के कड़े नियम, ICICI बैंक ATM से कैश निकालने पर शुल्क और LPG व जेट फ्यूल की कीमतों में संभावित बदलाव शामिल हैं।

1 जुलाई 2025 से बदलेंगे कई अहम नियम: ट्रेन टिकट, ATM और LPG पर सीधा असर
ट्रेन टिकट से लेकर ATM तक, 1 जुलाई से होंगे 4 बड़े बदलाव!

जुलाई 2025 की शुरुआत के साथ कई बड़े नियम बदलने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आम आदमी की जेब और रोजमर्रा की ज़िंदगी पर पड़ेगा। इनमें रेलवे टिकट बुकिंग से लेकर बैंकिंग सेवाओं और ईंधन की कीमतों तक कई अहम बदलाव शामिल हैं। आइए जानते हैं कि 1 जुलाई से किन नियमों में बदलाव हो रहा है, ताकि आप अपनी योजना और बजट की समीक्षा कर सकें।


ट्रेन टिकट हो सकता है महंगा

1 जुलाई से भारतीय रेलवे के टिकट किराए में बढ़ोतरी हो सकती है। नॉन-AC डिब्बों के लिए किराया 1 पैसा प्रति किलोमीटर और AC डिब्बों के लिए 2 पैसे प्रति किलोमीटर तक बढ़ सकता है। यह बढ़ोतरी छोटे सफर पर भले ही मामूली लगे, लेकिन लंबी दूरी के यात्रियों पर इसका सीधा असर पड़ सकता है।


तत्काल टिकट बुकिंग में कड़े नियम

टिकट दलालों पर नकेल कसने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए IRCTC ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और सुरक्षित बनाया है।

  • 1 जुलाई से केवल आधार-वेरिफाइड यूजर्स को ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति होगी।

  • 15 जुलाई से टिकट बुकिंग के दौरान OTP-आधारित आधार सत्यापन अनिवार्य हो जाएगा।

  • एजेंट्स को बुकिंग शुरू होने के 30 मिनट बाद ही तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति होगी। इन बदलावों से आम यात्रियों को तत्काल टिकट मिलने का बेहतर मौका मिलेगा।


ATM से कैश निकालना होगा महंगा (ICICI बैंक)

अगर आप ICICI बैंक के ग्राहक हैं, तो ATM से पैसा निकालना अब सीमित और महंगा हो सकता है:

  • मेट्रो शहरों में 3 फ्री ट्रांजैक्शन के बाद प्रत्येक कैश ट्रांजैक्शन पर ₹23 और नॉन-कैश ट्रांजैक्शन पर ₹8.5 का शुल्क लगेगा।

  • नॉन-मेट्रो शहरों में 5 फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा तय की गई है, जिसके बाद शुल्क लागू होंगे।


LPG और जेट फ्यूल की कीमतों में संभावित बदलाव

हर महीने की पहली तारीख को तेल कंपनियाँ एलपीजी (रसोई गैस) और एविएशन फ्यूल (जेट ईंधन) की कीमतों की समीक्षा करती हैं। 1 जुलाई को भी एलपीजी की कीमतों में कटौती या वृद्धि संभव है, जिसका सीधा असर घरेलू बजट पर पड़ेगा।

इन सभी बदलावों का मकसद व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और डिजिटल रूप से सुरक्षित बनाना है, लेकिन साथ ही यह आम आदमी की जेब पर दबाव भी बढ़ा सकते हैं। इसलिए, 1 जुलाई से पहले अपनी वित्तीय योजनाओं की समीक्षा करना बुद्धिमानी होगी।