Sawan 2025 : सावन 2025 से पहले पूर्वांचल के इस हाईवे पर बढ़ी कांवड़ियों की चिंता, सर्विस लेन पर 13 जगहों पर गड्ढे
सावन 2025 से पहले, वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर कांवड़ियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भदोही सीमा में सर्विस लेन पर 13 जगहों पर बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

Varanasi-Prayagraj : आगामी 11 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के पवित्र महीने से पहले, वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर कांवड़ियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। इस हाईवे पर, खासकर भदोही जिले की सीमा के भीतर, सर्विस लेन पर 13 जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
अरबों की लागत से बनी सर्विस लेन की बदहाली
करोड़ों की लागत से बनी इस सर्विस लेन की बदहाली का मुख्य कारण घरों से निकलने वाले नाबदान का पानी है, जिसे सीधे सर्विस लेन पर बहाया जा रहा है। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे के राजातालाब-हंडिया खंड की कुल लंबाई करीब 72 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 42 किलोमीटर का हिस्सा भदोही जिले से होकर गुजरता है। आवागमन को सुगम बनाने के लिए सर्विस लेन का भी निर्माण किया गया था, लेकिन लापरवाही के कारण यह अब स्वयं एक समस्या बन गई है।
गड्ढों से भरा रास्ता
सबसे ज़्यादा समस्या बाबूसराय के पास हाईवे की उत्तरी और दक्षिणी सर्विस लेन पर देखने को मिल रही है। इसके अलावा, इटवा में भी कुछ जगहों पर ऐसी ही स्थिति है। औराई तहसील रोड से आगे और माधोसिंह में करीब आधा किलोमीटर तक पूरी सर्विस लेन खराब हो चुकी है। कौलापुर के आगे जंगीगंज के बाद भी यही समस्या है।
इन दोनों लेन पर 13 से अधिक जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं, जिसके कारण बाइक और साइकिल चालक इनमें गिरकर घायल हो रहे हैं। हाईवे का रखरखाव करने वाली कार्यदायी संस्था केवल नाबदान का पानी बहाने वाले लोगों को नोटिस देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है, जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है।
सावन में लाखों कांवड़िए इस मार्ग से गुजरते हैं। ऐसे में इन गड्ढों से उनकी यात्रा में गंभीर बाधाएँ आ सकती हैं और दुर्घटनाओं का ख़तरा भी बढ़ सकता है। स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभाग से उम्मीद है कि वे जल्द ही इस समस्या का समाधान करेंगे।