वाराणसी: पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने किया गोपनीय निरीक्षण, अतिक्रमणकर्ताओं और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शहर की यातायात व्यवस्था और अतिक्रमण की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए गोपनीय निरीक्षण किया। उन्होंने यातायात बाधित कर रहे 50 दुकानदारों/ठेलों पर एफआईआर दर्ज करने और लापरवाह 10 बीट आरक्षियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

वाराणसी: पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने किया गोपनीय निरीक्षण, अतिक्रमणकर्ताओं और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर होगी कड़ी कार्रवाई

वाराणसी, 27 जून 2025: वाराणसी के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने शहर की यातायात व्यवस्था और अतिक्रमण की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए शुक्रवार को गोपनीय रूप से शहर क्षेत्र का भ्रमण कर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों और यातायात बाधित कर रहे अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।


अतिक्रमण और पुलिसकर्मियों की लापरवाही उजागर

निरीक्षण के दौरान, पुलिस आयुक्त ने विभिन्न प्रमुख चौराहों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और व्यस्त मार्गों का स्थलीय भ्रमण कर व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन किया। इस गोपनीय निरीक्षण में कई स्थानों पर भारी अतिक्रमण पाया गया, जिससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। इसके साथ ही, कुछ जगहों पर पुलिसकर्मियों की शिथिलता और लापरवाही भी सामने आई।


कड़ी कार्रवाई के निर्देश

निरीक्षण के बाद, पुलिस आयुक्त ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए:

  • यातायात व्यवस्था को प्रभावित कर रहे 50 दुकानदार, ठेले और खुमचे वालों को चिन्हित किया गया है। उनकी फोटोग्राफी कर एक सूची बनाई गई है, और संबंधित थाना प्रभारियों को इन पर एफआईआर दर्ज कर कठोर विधिक कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया है।

  • अतिक्रमण पाए गए 10 चिन्हित स्थानों पर नियुक्त बीट आरक्षियों के विरुद्ध भी कार्रवाई किए जाने हेतु संबंधित डीसीपी को निर्देश दिए गए हैं।

पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि पुलिस 360° कार्ययोजना के तहत काम करेगी, और यातायात व्यवस्था में सुधार तथा अतिक्रमण हटाने में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस गोपनीय निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरि मीणा भी मौजूद रहे।

यह कार्रवाई शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने और अतिक्रमण की समस्या से निपटने के लिए एक मजबूत कदम है।