लखनऊ: फर्राटा पंखे से करंट लगने से बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक मौत, परिवार ने बिना पोस्टमार्टम किया अंतिम संस्कार

लखनऊ के निगोहां गाँव में 85 वर्षीय रमाशंकर दीक्षित और 78 वर्षीय सरला देवी की फर्राटा पंखे से करंट लगने के कारण मौत हो गई। नातिन ने उन्हें मृत पाया, जिसके बाद परिवार ने बिना पोस्टमार्टम कराए ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया।

लखनऊ: फर्राटा पंखे से करंट लगने से बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक मौत, परिवार ने बिना पोस्टमार्टम किया अंतिम संस्कार

लखनऊ, उत्तर प्रदेश: राजधानी लखनऊ के निगोहाँ क्षेत्र के अघैया गाँव में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। सोमवार रात को एक 85 वर्षीय बुजुर्ग दंपति, रमाशंकर दीक्षित और उनकी पत्नी 78 वर्षीय सरला देवी की फर्राटा पंखे से करंट लगने के कारण मौत हो गई। यह घटना उनके घर में उस वक्त हुई जब वे रोज की तरह खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चले गए थे।


सुबह नातिन ने देखा दर्दनाक मंजर

मंगलवार सुबह जब दंपति काफी देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं आए, तो उनकी नातिन रूबी उन्हें जगाने गई। कमरे के अंदर पहुँचते ही उसने देखा कि उसके नाना-नानी ज़मीन पर मृत पड़े हैं और पंखा उनकी नानी के सिर पर गिरा हुआ था। रूबी की चीख सुनकर घरवाले तुरंत मौके पर पहुँचे और पंखा हटाकर शवों को कमरे से बाहर निकाला।


गांव में पसरा मातम, बिना पोस्टमार्टम अंतिम संस्कार

जैसे ही इस दर्दनाक घटना की खबर गाँव और आसपास के इलाकों में फैली, लोगों का भारी जमावड़ा लग गया। बुजुर्ग दंपति की आकस्मिक और दर्दनाक मौत को लेकर लोगों में गहरी संवेदना और हैरानी थी।

मृतक दंपति के बड़े बेटे सुरेंद्र दीक्षित ने इस हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि रात में सब कुछ सामान्य था। सुबह जब दरवाज़ा नहीं खुला तो बेटी रूबी देखने गई और यह हादसा सामने आया। सुरेंद्र दीक्षित ने बताया कि उन्होंने तुरंत पंखा हटाकर शव निकाले और गाँव में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया, पुलिस को सूचना दिए बिना और बिना किसी पोस्टमार्टम के। यह फैसला संभवतः सदमे और ग्रामीण परंपराओं के चलते लिया गया।

यह घटना बिजली के उपकरणों के इस्तेमाल में सावधानी बरतने और नियमित रखरखाव के महत्व को रेखांकित करती है, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।