सुविधा : विश्वनाथ धाम, महाकाल और ओंकारेश्वर धार्मिक सर्किट से जुड़ेंगे, पर्यटन बढ़ेगा और रोजगार के अवसर मिलेंगे
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच हुए MoU के तहत वाराणसी का विश्वनाथ धाम, उज्जैन का महाकाल और ओंकारेश्वर धार्मिक सर्किट से जुड़ेंगे। उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि इससे धार्मिक पर्यटन का विस्तार होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

Varanasi News : उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसका उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना और नए रोजगार के अवसर सृजित करना है। इस पहल के तहत, वाराणसी में बाबा विश्वनाथ धाम, मध्य प्रदेश के बाबा महाकाल (उज्जैन) और ओंकारेश्वर को एक धार्मिक सर्किट से जोड़ा जाएगा। यह घोषणा मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने वाराणसी में मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के एक रोड शो के दौरान की।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
पांडेयपुर स्थित एक होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश का पर्यटन क्षेत्र लगातार आगे बढ़ रहा है और निवेश भी आकर्षित कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस MoU से न केवल ये तीनों प्रमुख ज्योतिर्लिंग जुड़ेंगे, बल्कि बुद्ध सर्किट के विकास में भी तेज़ी आएगी।
शुक्ल ने काशी आकर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता है और काशी से महाकाल तक की कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का सांस्कृतिक जुड़ाव बहुत गहरा है, जिसमें रीति-रिवाज, त्योहार, खान-पान और रिश्ते-नाते एक जैसे हैं। उन्होंने कहा कि मां गंगा से नर्मदा तक की यह यात्रा पर्यटकों को सुखद अनुभूति देगी और दोनों राज्यों के संबंध मजबूत होंगे, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।
सिंहस्थ कुंभ की तैयारी और गंगा-नर्मदा कॉरिडोर
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ की सफलताओं और अच्छी व्यवस्थाओं को मध्य प्रदेश में होने वाले सिंहस्थ कुंभ (उज्जैन) में आत्मसात किया जाएगा, जिसकी तैयारियां मुख्यमंत्री मोहन यादव स्वयं देख रहे हैं। उनका मानना है कि इस बार का सिंहस्थ यादगार और अनूठा होगा।
मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति व प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के पर्यटन में काफी समानता है। उन्होंने बताया कि बाबा महाकाल और बाबा काशी विश्वनाथ, दोनों ही ज्योतिर्लिंगों को जोड़ने के लिए काशी विश्वनाथ-महाकाल एक्सप्रेस पहले से ही संचालित है। इसके अलावा, गंगा और नर्मदा पर्यटन कॉरिडोर प्रस्तावित परियोजना के तहत मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ा जाएगा। प्रयागराज, अयोध्या, वाराणसी, ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर से गुजरने वाले इस गलियारे से दोनों राज्यों के बीच पर्यटन सहयोग को बढ़ावा मिलेगा, पर्यटकों को एक समृद्ध और विविध अनुभव मिलेगा और धार्मिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य व विरासत पर्यटन को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
यह पहल दोनों राज्यों के लिए पर्यटन और आर्थिक विकास के नए द्वार खोलेगी। क्या आप इस धार्मिक सर्किट से जुड़े किसी विशेष स्थान या परियोजना के बारे में अधिक जानना चाहेंगे?