पाकिस्तान: उत्तरी वजीरिस्तान में आत्मघाती कार बम हमला, 13 सैनिकों की मौत
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली में एक भीषण आत्मघाती कार बम हमला हुआ है, जिसमें 13 सैनिकों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) गुट उसूद-उल-हरब ने ली है।

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली स्थित खादी मार्केट में आज सुबह एक भीषण आत्मघाती हमला हुआ है। इस एसवीबीआईईडी (सुसाइड व्हीकल बर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) हमले में 13 सैनिकों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हमले का विवरण
यह आत्मघाती हमला सुबह 07:40 बजे हुआ, जब एक बड़ा आत्मघाती कार बम पाकिस्तानी सेना के बम निरोधक दस्ते (EOD) के एमआरएपी (माइन-रेसिस्टेंट एम्बुश प्रोटेक्टेड) वाहन से टकरा गया। यह एमआरएपी वाहन नागरिक इलाकों में बम निष्क्रिय करने के काम में लगा हुआ था।
टीटीपी गुट ने ली जिम्मेदारी
इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) गुट उसूद-उल-हरब ने ली है। माना जाता है कि यह गुट इत्तेहाद-उल-मुजाहिदीन और हाफिज गुल बहादुर ग्रुप से जुड़ा हुआ है। टीटीपी पाकिस्तान के लिए एक बड़ा खतरा बना हुआ है और यह पहले भी कई बार पाकिस्तानी प्रतिष्ठानों पर हमला कर चुका है। इस समूह का गठन 2007 में हुआ था और इसका उद्देश्य पाकिस्तानी सशस्त्र बलों तथा राज्य के खिलाफ आतंकवादी अभियान चलाकर पाकिस्तान को अस्थिर करना है। बताया जा रहा है कि यह गुट पाकिस्तान में मौजूदा सरकार को हटाकर अपनी विचारधारा के लोगों को सत्ता में लाना चाहता है।
पूर्व में हुए अन्य हमले
पाकिस्तान में लगातार आतंकवादी हमले हो रहे हैं। इससे पहले भी बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान से क्वेटा जा रही ज़फ़र एक्सप्रेस पर हमला किया था। इस ट्रेन में 500 से अधिक यात्री थे, जिनमें अधिकतर पाकिस्तानी सेना के जवान और सरकारी कर्मचारी शामिल थे। उस हमले का प्रमुख उद्देश्य पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाना था।
यह हमला पाकिस्तान में बढ़ती असुरक्षा और आतंकवादी समूहों की निरंतर चुनौती को दर्शाता है।