Mumbai : जयपुर से मुंबई, होटल में प्यार का खूनी अंत: कातिल हसीना गिरफ्तार

जयपुर से आई महिला ने मुंबई के होटल में प्रेमी की हत्या कर दी, आत्महत्या का संदेश भेजा। पुलिस ने कातिल हसीना को सूरत स्टेशन से गिरफ्तार किया।

Mumbai : जयपुर से मुंबई, होटल में प्यार का खूनी अंत: कातिल हसीना गिरफ्तार

मुंबई: प्यार और धोखे की एक सनसनीखेज कहानी मुंबई में सामने आई है, जिसने रिश्तों की जटिलता और उसके खतरनाक मोड़ को उजागर किया है। जयपुर से आई 44 वर्षीय एक महिला ने मलाड पूर्व के एक होटल में अपने प्रेमी, जो कि एक व्यापारी था, की निर्मम हत्या कर दी। इस कत्ल को आत्महत्या का रूप देने की शातिर कोशिश भी की गई, लेकिन पुलिस की तेज जांच ने आरोपी महिला को सूरत स्टेशन पर धर दबोचा, जब वह अपने गृह नगर जयपुर भागने की फिराक में थी।

मृतक की पहचान 47 वर्षीय इमाम मंसूरी के रूप में हुई है, जो मीरा-भायंदर में अपनी पत्नी और बेटे के साथ रहते थे। बरकत राठौड़ नाम की 44 वर्षीय महिला उनके परिवार से परिचित थी और उसी इलाके में अपने पति और बच्चों के साथ रहती थी।

प्यार की राह, धोखे का अंत:

पुलिस जांच में इमाम मंसूरी और बरकत राठौड़ के बीच अवैध संबंध की बात सामने आई है। जब बरकत के पति को इस रिश्ते के बारे में पता चला, तो उसने उसे छोड़ दिया। इस अलगाव से बरकत काफी दुखी थी और अपने माता-पिता के साथ जयपुर में रहने को मजबूर हो गई थी।

साजिश का जाल:

अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए बरकत ने एक शातिर योजना बनाई। 4 मई को वह मुंबई आई, लेकिन अपना निजी मोबाइल फोन जयपुर में ही छोड़ गई, ताकि उसकी लोकेशन ट्रैक न हो सके। वह अपनी मां का फोन लेकर आई थी, लेकिन उससे उसने किसी को कॉल नहीं किया। वह सीधे मलाड पूर्व में मंसूरी की दुकान पर गई, लेकिन वह किसी काम से बाहर थे। बरकत उनके लौटने का इंतजार करती रही।

आत्महत्या का झूठा संदेश:

उसी दिन, मंसूरी के परिवार को उनके नंबर से एक व्हाट्सएप मैसेज मिला, जिसमें लिखा था कि वह अपनी जान देने जा रहा है। मैसेज में यह भी लिखा था कि उसका और बरकत राठौड़ का कोई रिश्ता नहीं है और उसकी बदनामी हो रही है। मंसूरी के फोन से आए मैसेज में उसकी पत्नी पर मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप लगाया गया था। इस संदेश से परिवार घबरा गया और उन्होंने मंसूरी की तलाश शुरू कर दी। उनका बेटा उन्हें ढूंढने के लिए मलाड स्थित उनकी दुकान पर गया, जहां उसे अपने पिता की गाड़ी एक होटल के बाहर खड़ी मिली।

आधार कार्ड का राज:

होटल कर्मचारियों ने बताया कि मंसूरी और एक बुर्का पहने महिला ने होटल में चेक इन किया था। दिंडोशी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि पहचान के प्रमाण के तौर पर दो आधार कार्ड की प्रतियां दी गई थीं - एक मंसूरी का और दूसरा उनकी पत्नी का। यह बात अजीब थी क्योंकि मंसूरी की पत्नी उस दिन उनके साथ नहीं थी। परिवार को हत्या का शक इसलिए हुआ क्योंकि मैसेज में इस्तेमाल की गई भाषा किसी पढ़े-लिखे व्यक्ति की लग रही थी, जबकि इमाम इतना पढ़ा-लिखा नहीं था कि इस तरह का संदेश लिख सके।

बुर्के वाली कातिल:

मंसूरी का शव उसी दिन होटल के कमरा नंबर 106 में मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उसे जहर दिया गया था और रस्सी से गला घोंटा गया था। उसका फोन कमरे से गायब था। होटल के सीसीटीवी फुटेज में एक बुर्का पहने महिला दोपहर करीब 3 बजे होटल से बाहर जाते हुए दिखाई दे रही थी।

सूरत स्टेशन पर गिरफ्तारी:

जांचकर्ताओं ने मंसूरी के परिवार को मिले व्हाट्सएप मैसेज की गहन जांच की और बरकत राठौड़ के बारे में पूछताछ शुरू की। उन्हें पता चला कि वह जयपुर में अपने माता-पिता के घर पर नहीं है। डीसीपी स्मिता पाटिल और सीनियर इंस्पेक्टर अजय अफाले की देखरेख में एक विशेष पुलिस टीम बनाई गई, जिसमें असिस्टेंट इंस्पेक्टर ओम तोतावर भी शामिल थे। टीम ने राठौड़ की तलाश शुरू कर दी। उन्हें सूचना मिली कि उसने मुंबई से ट्रेन पकड़ी है, लेकिन वह जयपुर नहीं पहुंची है। रेलवे पुलिस की मदद से उसकी लोकेशन गुजरात के सूरत स्टेशन पर मिली और उसे वहीं हिरासत में ले लिया गया। बाद में पुलिस उसे मुंबई वापस ले आई और स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस सनसनीखेज मामले ने एक बार फिर साबित कर दिया कि प्रेम और धोखे की राह अक्सर खूनी मंज़िल पर खत्म होती है।