'दिल्ली में फुलेरा की पंचायत चल रही है': AAP के सौरभ भारद्वाज का BJP पर बड़ा हमला

आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने पुराने वाहनों की जब्ती और कृत्रिम बारिश के फैसलों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 'सरकार नहीं, फुलेरा की पंचायत चल रही है', और ये फैसले अव्यावहारिक हैं।

'दिल्ली में फुलेरा की पंचायत चल रही है': AAP के सौरभ भारद्वाज का BJP पर बड़ा हमला

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) ने पुराने वाहनों को पेट्रोल पंपों पर जब्त करने और बरसात के मौसम में कृत्रिम बारिश कराने के दिल्ली की बीजेपी सरकार के फैसलों पर तीखा हमला बोला है। AAP के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग सरकार नहीं, बल्कि 'फुलेरा की पंचायत' चला रहे हैं।


पुराने वाहनों की जब्ती पर सवाल

सौरभ भारद्वाज ने पुराने वाहनों को सड़कों से हटाने के तरीके पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यदि पुराने वाहनों को हटाना ही था, तो क्या इसके लिए कोई और तरीका नहीं मिला? उन्होंने आशंका जताई कि इससे पेट्रोल पंपों पर कर्मचारियों और वाहन मालिकों के बीच लड़ाई-झगड़ा और हंगामा होगा। भारद्वाज ने बताया कि पेट्रोल पंप मालिकों का एसोसिएशन भी इस नीति को अव्यावहारिक बता रहा है। उन्होंने कहा कि "सरकार फुलेरा की पंचायत की तरह चल रही है और इन लोगों को न तो सरकार चलानी आती है और न ही ये चला सकते हैं।"


कृत्रिम बारिश के फैसले पर उठाए सवाल

दिल्ली में हो रही मौजूदा बारिश के बावजूद सरकार के कृत्रिम वर्षा कराने के फैसले पर भी सौरभ भारद्वाज ने हैरानी जताई। उन्होंने पूछा, "ये किस तरह के अफसर हैं, मानसून के दौरान दिल्ली में कृत्रिम वर्षा का पायलट प्रोजेक्ट पेश कर रहे हैं?" उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि फुलेरा की पंचायत के लोग भी इस तरह का अव्यावहारिक फैसला नहीं लेंगे।


सड़कों के गड्ढों और 'गाली' की राजनीति पर तंज

भारद्वाज ने बीजेपी सरकार पर सड़कों के गड्ढे भरने के सिर्फ दिखावे का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि छोटे गड्ढे तो भर दिए गए, लेकिन बड़े गड्ढों को वैसे ही छोड़ दिया गया। सौरभ भारद्वाज ने दावा किया कि अगले पांच साल तक मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता AAP को सिर्फ गाली देती रहेंगी और पांच साल बाद यही कहेंगी कि "पिछली सरकार में अरविंद केजरीवाल ने ऐसा किया, इसलिए कुछ नहीं हो पाया।" उन्होंने AAP का उदाहरण देते हुए कहा कि जब उन्होंने शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ा और सरकार बनाई, तब कभी यह बहाना नहीं बनाया कि शीला दीक्षित ने ऐसा किया, इसलिए काम नहीं हो रहा।

AAP और BJP के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप दिल्ली की राजनीति में लगातार जारी है, खासकर आगामी चुनावों को देखते हुए।