वाराणसी मंडल: ADRM ने किया रेलखंडों का निरीक्षण, संरक्षित एवं समयबद्ध संचालन पर जोर

वाराणसी मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक (ऑपरेशन) राजेश कुमार सिंह ने आज वाराणसी-भटनी, भटनी-सीवान और सीवान-थावे रेलखंड का विंडो निरीक्षण किया। उन्होंने थावे स्टेशन पर गार्ड/लोको पायलट रनिंग रूम की सुविधाओं का जायजा लिया और संरक्षित व समयबद्ध रेल संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

वाराणसी मंडल: ADRM ने किया रेलखंडों का निरीक्षण, संरक्षित एवं समयबद्ध संचालन पर जोर

वाराणसी, 27 जून, 2025: मंडल पर गाड़ियों के संरक्षित एवं समयबद्ध संचलन और परिचालनिक सुगमता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, अपर मंडल रेल प्रबंधक (ऑपरेशन) राजेश कुमार सिंह ने आज अपने स्वचालित निरीक्षण यान से वाराणसी-भटनी, भटनी-सीवान और सीवान-थावे रेलखंड का विंडो निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थावे स्टेशन पर गार्ड/लोको पायलट रनिंग रूम का भी गहन निरीक्षण किया।


वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक के साथ वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी बलेंद्र पाल, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (ऑपरेशन) धर्मेंद्र यादव, मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) सौरभ राठौर सहित कई वरिष्ठ पर्यवेक्षक मौजूद थे।


गति अवरोधों और सुविधाओं का जायजा

अपने निरीक्षण के दौरान, राजेश कुमार सिंह ने उक्त रेलखंड पर परिचालन में आ रही गति अवरोधों और अस्थाई सतर्कता आदेशों का संज्ञान लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इन अवरोधों को यथाशीघ्र दूर कर सेक्शनल स्पीड बढ़ाने का निर्देश दिया।

इसके अतिरिक्त, अपर मंडल रेल प्रबंधक ने थावे स्टेशन के गार्ड/लोको पायलट रनिंग रूम में उपलब्ध सुख-सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने रनिंग रूम में तैनात कर्मचारियों से बात की और वहाँ उपस्थित गार्ड व लोको पायलटों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली, जिन पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया

इस क्रम में, उन्होंने रनिंग रूम में लोको पायलट के ड्यूटी घंटे, विश्राम घंटे, असामान्यता रजिस्टर, श्वास परीक्षण मशीन की उपलब्धता, और मैनुअल साइन-ऑन/साइन-ऑफ प्रक्रियाओं का गहन निरीक्षण किया और सभी को सही पाया। उन्होंने संरक्षित रेल संचालन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।


कर्मचारियों के लिए सुविधाओं पर विशेष ध्यान

निरीक्षण के उपरांत, उन्होंने रनिंग रूम में बेड रोल, मच्छरदानी, प्रकाश, पंखे, शौचालय, भोजनालय, वाचनालय और व्यायामशाला जैसी सुविधाओं का सूक्ष्म निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि गार्ड और लोको पायलटों को लंबी यात्रा के बाद अधिकतम सुविधाएँ प्रदान की जाएँ ताकि उन्हें आवश्यक विश्राम प्राप्त करने में कोई कठिनाई न हो।

यह निरीक्षण रेलवे मंडल में संरक्षित, समयबद्ध और सुगम परिचालन सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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