Varanasi Weather : वाराणसी को जल्द मिलेगी भीषण गर्मी से राहत: बिजली गिरने के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी

वाराणसी में भीषण गर्मी के बीच 14 जून से बिजली गिरने और बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे काशीवासियों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। गुरुवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

Varanasi Weather : वाराणसी को जल्द मिलेगी भीषण गर्मी से राहत: बिजली गिरने के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी

Varanasi News : काशीवासी इन दिनों भीषण गर्मी से बेहाल हैं। दीवारों और सड़कों के बाद अब खुली हवा में भी जलन महसूस हो रही है। गुरुवार को दिन भर पुरवाई में जलन जैसा एहसास हुआ, और सूरज ढलने के बाद भी तापमान का मीटर नहीं थमा। लेकिन इस बीच, राहत की एक बड़ी खबर सामने आई है: 14 जून से वाराणसी में बिजली गिरने के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिससे लोगों को जल्द ही गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।


पारा 44 डिग्री सेल्सियस पर, रातें भी गर्म

गुरुवार को इस साल जून में पहली बार बनारस का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो सामान्य तापमान से 4.2 डिग्री ऊपर रहा। रात के आठ बजे तक भी तापमान 38 से 39 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 2.5 डिग्री ज्यादा, यानी 31.1 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा और लू जैसी परिस्थितियां बनी रहेंगी।


14 जून से बारिश के आसार, लू का प्रभाव होगा कम

यूपी आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बनारस में 14 जून से बारिश होने के आसार हैं। अगले दो से तीन दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही, लू का प्रभाव भी कुछ कम हो सकता है, जिससे लोगों को बढ़ती गर्मी से थोड़ी राहत मिलेगी।


गर्मी से बीमारियां और राहत के उपाय

गुरुवार को मौसम ऐसा रहा कि पूरे दिन शरीर से पसीना सूखा ही नहीं। गर्मी के कारण कई लोग बीमार भी पड़े। चिरईगांव के बीडीओ की दोपहर में अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें उल्टी-दस्त होने के चलते पीएचसी चिरईगांव में भर्ती कराया गया। वहीं, दशाश्वमेध घाट पर एक व्यक्ति चक्कर खाकर बेहोश हो गया, जिसे अस्पताल ले जाया गया।

लोगों को गर्मी से राहत देने के लिए नगर निगम भी सक्रिय है। गुरुवार को लू से बचाव के लिए दुर्गा मंदिर, दुर्गाकुंड में हाई प्रेशर मिस्टिंग सिस्टम लगाया गया। इसे चालू करने के बाद मंदिर परिसर के तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। यह तकनीक पानी को आरओ के माध्यम से शुद्ध करती है और फिर अत्यधिक दबाव से छोटे-छोटे नोजल के ज़रिए बाहर फेंकती है, जिससे फव्वारे जैसा आभास होता है और ठंडक मिलती है।

वाराणसी के लोगों को अब बेसब्री से बारिश का इंतजार है, ताकि उन्हें इस भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिल सके।