काशी विश्वनाथ मंदिर में लोकमाता अहिल्याबाई की प्रतिमा पर चांदी का छत्र और पट्टिका स्थापित

वाराणसी में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की प्रतिमा पर चांदी का छत्र व नाम पट्टिका स्थापित, 31 मई को त्रिशताब्दी जयंती के आयोजन की तैयारी। पाल विकास समिति के प्रयासों से हुआ संभव।

काशी विश्वनाथ मंदिर में लोकमाता अहिल्याबाई की प्रतिमा पर चांदी का छत्र और पट्टिका स्थापित

काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर चांदी का छत्र और नाम पट्टिका स्थापित, त्रिशताब्दी जयंती की तैयारी शुरू

वाराणसी से संवाददाता ओम प्रकाश पटेल की विशेष रिपोर्ट | संपन्न भारत न्यूज़

वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में स्थापित लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की प्रतिमा पर अब चांदी का छत्र और नाम-पट्टिका की स्थापना हो चुकी है। यह कार्य पाल विकास समिति वाराणसी तथा अन्य समाजसेवी संगठनों के प्रयासों से संभव हो सका। समिति ने इस ऐतिहासिक कार्य के लिए उच्च अधिकारियों से कई बार मुलाकात कर मांग को प्रमुखता से रखा था, जिसे प्रशासन ने स्वीकार करते हुए कार्य को पूर्ण कराया।

कॉरिडोर में स्थापित तीनों प्रमुख ऐतिहासिक प्रतिमाओं पर समान रूप से कार्य पूर्ण हुआ है, जिससे श्रद्धालुओं में हर्ष का माहौल है। लोकमाता की प्रतिमा पर चांदी का छत्र लगने से अब उनकी उपस्थिति और भी भव्य हो गई है। पाल विकास समिति वाराणसी ने इस कार्य में सहयोग देने वाले अधिकारियों व संगठनों के प्रति आभार प्रकट किया है।

इसी क्रम में 31 मई 2025 को लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की त्रिशताब्दी जयंती भव्यता से मनाई जाएगी। यह आयोजन पाल विकास समिति वाराणसी के तत्वावधान में होगा। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7 बजे अहिल्याबाई होल्कर घाट से शोभायात्रा के साथ होगी, जो काशी विश्वनाथ मंदिर तक जाएगी। शोभायात्रा के बाद श्रद्धालु मंदिर परिसर में स्थापित भव्य प्रतिमा के दर्शन कर लोकमाता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

पाल विकास समिति ने सभी काशीवासियों व समाज के सम्मानित जनों से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होकर शोभायात्रा को सफल बनाएं। इस आयोजन का उद्देश्य लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, परमार्थ, वीरता, न्याय और सामाजिक समरसता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है।