बांदा में भाजपा विधायक और एसडीएम के बीच हुई झड़प: ओवरलोड ट्रक छुड़ाने को लेकर मारपीट और पुलिस से धक्का-मुक्की का आरोप
उत्तर प्रदेश के बांदा में ओवरलोड मौरंग ट्रक छुड़ाने पहुंचे भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी और एसडीएम अमित शुक्ला के बीच कथित तौर पर मारपीट हो गई। पुलिस से भी झड़प और धक्का-मुक्की हुई। एसडीएम के ड्राइवर की तहरीर पर 10 धाराओं में FIR दर्ज की गई है।

बांदा, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ मौरंग लदे ओवरलोड दो ट्रकों को छुड़ाने पहुँचे भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी कथित तौर पर एसडीएम अमित शुक्ला से भिड़ गए। आरोप है कि विधायक ने कथित तौर पर एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिए, और उनके साथ मौजूद पुलिसकर्मियों से भी धक्का-मुक्की और हाथापाई हुई।
क्या है पूरा मामला?
रविवार रात करीब 10:30 बजे, एसडीएम नरैनी अमित शुक्ला और सीओ नरैनी कृष्णकांत त्रिपाठी ने गिरवां के खुरहंड स्टेशन के पास निर्माणाधीन शंकरजी के मंदिर के बाहर मौरंग उतार रहे दो ओवरलोड ट्रकों को कागजात न मिलने पर सीज कर दिया। इन ट्रकों को पुलिस चौकी खुरहंड में खड़ा करा दिया गया।
इसकी जानकारी सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी को हुई तो उन्होंने एसडीएम को फोन किया। फोन न उठने पर रात करीब 11:30 बजे, विधायक अपने तीन-चार गाड़ियों के काफिले के साथ एसडीएम की लोकेशन लेकर पैगंबरपुर-जरर मार्ग पर पहुँच गए। वहीं पर विधायक और उनके साथियों की एसडीएम अमित शुक्ला से तीखी झड़प हो गई।
एसडीएम को कथित थप्पड़ और पुलिस से अभद्रता
चर्चा है कि इस झड़प के दौरान विधायक के साथियों ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिए। इसके बाद विधायक अपने काफिले के साथ खुरहंड पुलिस चौकी पहुँचे और वहाँ तैनात चौकी इंचार्ज यज्ञ नारायण भार्गव से पकड़े गए ट्रकों की चाबियां मांगीं। चौकी इंचार्ज ने एसडीएम द्वारा सीज करने का हवाला देकर चाबी देने से इनकार कर दिया। आरोप है कि विधायक ने चौकी इंचार्ज और सिपाहियों को फटकार लगाई और उनके साथ धक्का-मुक्की भी की।
घटनाक्रम के बाद सोमवार को एसडीएम अमित शुक्ला अपने आवास से बाहर नहीं निकले, और उनके दोनों मोबाइल भी बंद थे। उन्होंने मीडिया से बात करने से मना कर दिया।
एसडीएम के ड्राइवर ने दर्ज कराई रिपोर्ट, विधायक का नाम नहीं
इस मामले में एसडीएम के ड्राइवर कामता प्रसाद मिश्रा ने गिरवां थाने में तहरीर दी। ड्राइवर ने बताया कि वे एसडीएम नरैनी अमित शुक्ला के साथ अवैध खनन और ओवरलोडिंग की जांच कर रहे थे। उन्होंने खुरहंड रोड से ओवरलोड मौरंग भरे दो ट्रकों को सीज कर खुरहंड चौकी में खड़ा कराया था। रात करीब 11:45 बजे जब वे पैगंबरपुर-जरर रोड पर मौजूद थे, तभी छह गाड़ियों से इटरा खुरहंड निवासी ललित गुप्ता, आलोक सिंह, छोटकू द्विवेदी, बड़कू द्विवेदी और 25-30 अन्य साथी आए। उन्होंने एसडीएम की गाड़ी के सामने गाड़ियां लगाकर अभद्रता की और गाड़ी को लाठी-डंडों से ठोकते हुए पलटाने का प्रयास किया। ड्राइवर के अनुसार, जब उसने मना किया तो उसका कॉलर पकड़कर जमीन पर पटक दिया गया और उसके सिर पर जैक की रॉड से वार किया गया। इस तहरीर में विधायक का नाम शामिल नहीं किया गया है, हालांकि चार नामजद और 25-30 अज्ञात के खिलाफ 10 धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
विधायक का पक्ष और पुलिस की कार्रवाई
दूसरी ओर, विधायक प्रकाश द्विवेदी ने बताया कि उन्होंने रात में एसडीएम नरैनी को 10 बार फोन किया था, लेकिन फोन नहीं उठा। फोन न उठने पर उन्होंने एसडीएम की लोकेशन ट्रेस कर साथियों के साथ पैगंबरपुर-जरर मार्ग पहुँचे। विधायक ने आरोप लगाया कि जब वे खुरहंड चौकी पहुँचे तो पुलिसकर्मी नशे में थे, और जब उन्होंने ट्रकों को छोड़ने के लिए कहा तो हेड कांस्टेबल विजय सिंह ने अभद्रता की। विधायक ने किसी भी प्रकार की अभद्रता से इनकार किया है और कहा कि उन्होंने मामले की जानकारी जिलाधिकारी जे. रीभा को भी दी है।
विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा, "अधिकारी यदि निर्दोषों को मारेंगे तो मार खाएंगे, अगर गाली देंगे तो गाली खाएंगे। गुंडई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
अपर पुलिस अधीक्षक बांदा, शिवराज ने बताया कि "चेकिंग के दौरान एसडीएम नरैनी ने मौरंग भरे दो ट्रकों को सीज किया था। सीज गाड़ियों की चाबी लेने के लिए खुरहंड चौकी में कुछ लोगों ने अभद्रता की है। एसडीएम के ड्राइवर की तहरीर पर चार नामजद और 25-30 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। नरैनी सीओ प्रकरण की जांच कर रहे हैं।"
यह घटना प्रदेश में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाती है, विशेषकर अवैध खनन और ओवरलोडिंग जैसे मुद्दों पर। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।