बांदा: BJP विधायक पर SDM से मारपीट का आरोप, ओवरलोड ट्रक छुड़ाने का मामला
उत्तर प्रदेश के बांदा में BJP विधायक प्रकाश द्विवेदी पर ओवरलोड ट्रक छुड़ाने के दौरान SDM अमित शुक्ला से मारपीट का आरोप लगा है। एसडीएम के ड्राइवर ने 4 नामजद और 25-30 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज कराई है, जबकि विधायक ने आरोपों को नकारा है।

उत्तर प्रदेश के बांदा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रविवार रात को बांदा सदर से बीजेपी विधायक प्रकाश द्विवेदी पर आरोप है कि वह मौरंग लदे दो ओवरलोड ट्रक छुड़ाने के लिए पहुंचे और एसडीएम अमित शुक्ला से भिड़ गए। आरोप है कि विधायक के सामने उनके समर्थकों ने कथित तौर पर एसडीएम को लात-घूसे और थप्पड़ मारे। वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ भी हाथापाई की गई। इसके बाद, विधायक और उनके साथियों ने खुरहंड पुलिस चौकी में खड़े ट्रकों को छोड़ने के लिए जमकर हंगामा किया। इस मामले में एसडीएम के वाहन चालक ने चार नामजद और 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ 10 धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि पैगंबरपुर-जरर रोड से मौरंग लादकर जा रहे दो ट्रकों को एसडीएम अमित शुक्ला ने पकड़ लिया था। इस पर सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एसडीएम को फोन किया। फोन न उठाने पर, रात करीब 11:30 बजे, विधायक तीन-चार गाड़ियों के साथ पैगंबरपुर-जरर मार्ग पहुँचे। वहाँ विधायक और उनके साथियों की एसडीएम से तीखी झड़प हुई। चर्चा है कि विधायक के साथियों ने एसडीएम को थप्पड़ भी मारे। इसके बाद विधायक खुरहंड पुलिस चौकी पहुँचे और चौकी इंचार्ज यज्ञ नारायण से ट्रकों की चाबियां मांगी। आरोप है कि चाबी देने से मना करने पर विधायक ने चौकी इंचार्ज और सिपाहियों को फटकार लगाई।
एसडीएम के ड्राइवर ने दर्ज कराई FIR
एसडीएम के ड्राइवर कामता प्रसाद ने गिरवां थाने में तहरीर दी है। तहरीर के अनुसार, वह एसडीएम नरैनी अमित शुक्ला के साथ अवैध खनन और ओवरलोडिंग की जांच कर रहे थे। खुरहंड रोड से ओवरलोड मौरंग भरे दो ट्रकों को सीज कर चौकी में खड़ा कराया गया था। रात करीब 11:45 बजे जब वे पैगंबरपुर-जरर रोड पर मौजूद थे, तभी छह गाड़ियों से इटरा खुरहंड निवासी ललित गुप्ता, आलोक सिंह, छोटकू द्विवेदी, बड़कू द्विवेदी अपने 25-30 साथियों के साथ आए। उन्होंने एसडीएम की गाड़ी के सामने गाड़ियां लगाकर अभद्रता करनी शुरू कर दी। ड्राइवर ने जब उन्हें गाड़ी से दूर रहने के लिए कहा, तो उसके सिर पर रॉड से वार किया गया। हालाँकि, ड्राइवर ने अपनी तहरीर में विधायक का नाम शामिल नहीं किया है।
विधायक ने आरोपों से किया इनकार, पुलिस पर उठाए सवाल
बांदा के सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने अपने बचाव में कहा है कि उन्होंने रात में एसडीएम नरैनी को 10 बार फोन किया था। फोन नहीं उठने पर एसडीएम की लोकेशन ट्रेस कर साथियों के साथ पैगंबरपुर-जरर मार्ग पहुँचे। विधायक का आरोप है कि रात में जब वह खुरहंड चौकी पहुँचे, तो पुलिसकर्मी नशे में थे। उन्होंने ट्रकों को छोड़ने के लिए कहा, तो हेड कांस्टेबल विजय सिंह ने अभद्रता की। विधायक ने दावा किया कि उन्होंने कोई अभद्रता नहीं की और मामले की जानकारी डीएम जे. रीभा को भी दी गई है।
विधायक प्रकाश द्विवेदी ने यह भी विवादित बयान दिया कि "अधिकारी यदि निर्दोषों को मारेंगे तो मार खाएंगे, अगर गाली देंगे तो गाली खाएंगे। गुंडई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।" इस बारे में एसडीएम नरैनी से बात करने पर उन्होंने किसी भी बात का जवाब देने से इनकार कर दिया और ऐसी कोई घटना होने की बात भी स्वीकार नहीं की। यह खबर जन चर्चा और सोशल मीडिया के आधार पर लिखी गई है।
पुलिस के अनुसार, "चेकिंग के दौरान एसडीएम नरैनी ने मौरंग भरे दो ट्रकों को सीज किया था। सीज गाड़ियों की चाबी लेने के लिए खुरहंड चौकी में कुछ लोगों ने अभद्रता की है। चार नामजद और 25-30 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। नरैनी सीओ प्रकरण की जांच कर रहे हैं।"
यह घटना प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच बढ़ते टकराव को दर्शाती है।