HAL के निवेशकों के लिए खुशखबरी: मार्च 2026 तक IAF को मिलेंगे 6 तेजस फाइटर जेट, शेयर में आ सकती है तेजी
सरकारी एयरोस्पेस कंपनी HAL ने घोषणा की है कि मार्च 2026 तक भारतीय वायुसेना को कम से कम 6 तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमान सौंप दिए जाएंगे। इंजन आपूर्ति में बाधा के बावजूद इस खबर से HAL के शेयरों में तेजी की उम्मीद है, क्योंकि कंपनी की ऑर्डर बुक लगातार मजबूत हो रही है।

सरकारी एयरोस्पेस कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के निवेशकों के लिए राहत भरी खबर है। कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डी. के. सुनील ने हाल ही में बताया कि मार्च 2026 तक भारतीय वायुसेना (IAF) को कम से कम 6 हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस सौंप दिए जाएंगे। ये वही तेजस मार्क-1A विमान हैं जिनकी डिलीवरी में अब तक देरी हो रही थी। इस देरी की मुख्य वजह अमेरिकी कंपनी GE एयरोस्पेस द्वारा इंजन की आपूर्ति में आई बाधा थी। HAL ने साफ किया है कि उन्होंने 6 विमान पहले ही तैयार कर लिए थे, पर GE की तरफ से इंजन न मिलने के कारण वे वायुसेना को सौंपे नहीं जा सके।
HAL के शेयर भर सकते हैं तूफानी उड़ान
इस पूरे घटनाक्रम का असर शेयर बाजार पर भी दिख सकता है। HAL के शेयर पहले से ही डिफेंस सेक्टर में भरोसेमंद निवेश माने जाते हैं, और अब तेजस प्रोजेक्ट की डिलीवरी में सुधार की खबर से इनमें और तेज़ी आने की संभावना है। कंपनी को फरवरी 2021 में भारतीय वायुसेना से 83 तेजस मार्क-1A जेट्स के लिए ₹48,000 करोड़ का ऑर्डर मिला था। इसके अलावा, सरकार अब ₹67,000 करोड़ की लागत से 97 और तेजस जेट्स खरीदने की योजना पर काम कर रही है। इससे HAL की ऑर्डर बुक और मज़बूत हो सकती है, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति और बाजार में उसकी छवि में सुधार होना तय है।
rachanavaidya.in की रचना वैद्य का कहना है कि HAL लंबे समय के लिए एक बहुत अच्छा स्टॉक है। अगर आप सिर्फ 1 साल के लिए इसमें निवेश करते हैं, तो इसका टारगेट प्राइस करीब ₹5600 हो सकता है, यानी आपको लगभग 10% का मुनाफा मिल सकता है। हालांकि, लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आपको ₹4700 का लेवल ध्यान में रखना चाहिए। जब तक स्टॉक इस स्तर के ऊपर बना रहता है, तब तक इसमें तेज़ी बनी रह सकती है, और फिर यह ₹5600 तक जा सकता है।
इस वित्त वर्ष में 12 इंजन मिलने की उम्मीद
HAL के चेयरमैन के मुताबिक, GE एयरोस्पेस से इस वित्त वर्ष में 12 इंजन मिलने की उम्मीद है, जिससे विमान निर्माण की रफ़्तार तेज़ होगी। HAL ने यह भी कहा कि अगर इंजन समय पर मिलते हैं, तो अगले साल तक 16 और तेजस विमान तैयार कर लिए जाएंगे। यह कदम न सिर्फ HAL के लिए बल्कि देश की वायुसेना के लिए भी अहम होगा, क्योंकि मिग-21 जैसे पुराने फाइटर जेट्स अब सेवा से हटाए जा रहे हैं और उनकी जगह आधुनिक स्वदेशी तेजस को शामिल किया जा रहा है।
कई देश तेजस में दिखा रहे दिलचस्पी
तेजस फाइटर जेट पूरी तरह भारत में डिज़ाइन और विकसित किया गया है। इसमें अत्याधुनिक रडार सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर तकनीक और कई तरह के हथियार लगाए जा सकते हैं। यह मल्टी-रोल फाइटर जेट हाई-रिस्क मिशनों में भी काम करने में सक्षम है। HAL ने यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तेजस को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है और कुछ देशों के साथ बातचीत चल रही है। अगर एक्सपोर्ट ऑर्डर मिलते हैं, तो HAL की ग्रोथ को और बल मिलेगा।
कुल मिलाकर, तेजस प्रोजेक्ट में आई तेज़ी और इंजन सप्लाई से जुड़ी अड़चनों के दूर होने की खबर HAL के लिए एक मज़बूत संकेत है। यह विकास कंपनी की उत्पादन क्षमता, विश्वसनीयता और दीर्घकालिक ऑर्डर पाइपलाइन को और मज़बूती देगा, जिससे इसके शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी और बढ़ सकती है।
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