कतर का नेटवर्क किंग: वोडाफोन कतर ने 5G स्पीड और कवरेज में सबको पछाड़ा, भारत की कंपनियां क्यों नहीं हैं मौजूद?
कतर में वोडाफोन कतर ने 5G स्पीड और कवरेज में अन्य कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए नेटवर्क किंग का खिताब हासिल किया है। यह लेख बताता है कि कैसे उसने बेस्ट कवरेज और वॉयस क्वालिटी अवॉर्ड जीते हैं, और क्यों भारतीय टेलीकॉम कंपनियाँ जैसे जियो और एयरटेल वहाँ मौजूद नहीं हैं।

जब भी भारत में नेटवर्क की बात होती है, तो लोगों की ज़ुबान पर जियो, एयरटेल और वीआई (Vi) जैसे नाम आते हैं। लेकिन, अगर आप कतर जैसे खाड़ी देश में जाएं, तो वहां का नेटवर्क किंग कोई और नहीं बल्कि वोडाफोन कतर (Vodafone Qatar) है। कतर में वोडाफोन का बोलबाला है, चाहे बात 5G स्पीड की हो, कनेक्टिविटी की हो या दूर-दराज के इलाकों में नेटवर्क कवरेज की हो, वोडाफोन ने सबको पछाड़ दिया है।
कितने अवॉर्ड्स का मालिक है वोडाफोन कतर?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वोडाफोन कतर को हाल ही में उमलाउट (Umlaut) नाम की ग्लोबल नेटवर्क टेस्टिंग कंपनी ने कई बड़े कवरेज और नेटवर्क एक्सपीरियंस अवॉर्ड्स से नवाजा है। कंपनी को 'बेस्ट मोबाइल कवरेज इन कतर' और 'बेस्ट वॉयस क्वालिटी एक्सपीरियंस' जैसे अवॉर्ड मिल चुके हैं। ये अवॉर्ड्स कई खूबियों को देखकर दिए जाते हैं, जिनमें नेटवर्क की उपलब्धता, कॉल ड्रॉप रेट, इंटरनेट स्पीड और यूज़र का वास्तविक अनुभव कैसा रहा है, शामिल हैं। उमलाउट का टेस्ट 2024 के अंत में किया गया था, जिसमें वोडाफोन कतर ने हर मायने में ऊरेडू कतर (Ooredoo Qatar) जैसे दूसरे ऑपरेटरों को पीछे छोड़ दिया था।
एयरटेल और जियो कतर में क्यों नहीं हैं?
भारत की दिग्गज कंपनियां एयरटेल (Airtel) और जियो (Jio) अभी कतर जैसे अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में मौजूद नहीं हैं। इसके पीछे कई वजहें हैं:
- वहां पहले से वोडाफोन कतर और ऊरेडू (Ooredoo) जैसे लोकल प्लेयर मजबूत स्थिति में हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री की शर्तें और लाइसेंसिंग प्रक्रिया काफी मुश्किल होती है।
- कतर सरकार का ज़ोर लोकल कंपनियों और पहले से मौजूद विदेशी पार्टनर्स को सपोर्ट करने पर होता है।
कतर की सरकारी टेलीकॉम कंपनी: ऊरेडू (Ooredoo)
कतर में मोबाइल नेटवर्क की दुनिया में वोडाफोन के साथ दूसरा बड़ा नाम ऊरेडू (Ooredoo) है। यह कतर की एक लोकल टेलीकॉम कंपनी है जो न केवल कतर बल्कि मध्य पूर्व और एशिया के कई देशों में अपनी सेवाएं देती है। ऊरेडू कतर की सरकारी कंपनी है जिसका मुख्यालय दोहा में है। यह पहले क्यूटेल (Qtel - Qatar Telecom) के नाम से जानी जाती थी। बाद में इसका नाम बदलकर ऊरेडू रखा गया, जिसका अरबी में मतलब होता है 'आई वांट' (मैं चाहता हूं)। ऊरेडू की सेवाएं सिर्फ कतर में ही नहीं, यह कई देशों में काम कर रही है, जिसमें कतर के अलावा, ओमान, म्यांमार, मलेशिया, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया, इराक, कुवैत और मालदीव शामिल हैं।
वोडाफोन कतर की खास बातें
- वोडाफोन कतर का 5G नेटवर्क सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गांवों, रेगिस्तानी इलाकों और दूर-दराज तक फैला हुआ है।
- यह सिर्फ फोन ही नहीं, बल्कि स्मार्ट वॉच, टैबलेट और IoT डिवाइसेज पर भी बेहतर नेटवर्क प्रदान करता है।
- कतर की बड़ी कंपनियाँ और सरकारी संगठन सुरक्षा और स्थिर कनेक्शन के लिए वोडाफोन के नेटवर्क पर भरोसा करते हैं।
- कंपनी ने कतर में नेटवर्क टावर, अंडरग्राउंड फाइबर और स्मार्ट टेक्नोलॉजी पर काफी बड़ा निवेश किया है।
यह दिखाता है कि कैसे वोडाफोन कतर ने अपनी मजबूत बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं के दम पर कतर के टेलीकॉम मार्केट में अपनी बादशाहत कायम की है।