SDG इंडेक्स में भारत की बड़ी छलांग: 99वें स्थान पर पहुँचा, पड़ोसी देशों से बेहतर प्रदर्शन

संयुक्त राष्ट्र की नई सस्टेनेबल डेवलपमेंट रिपोर्ट (SDR) के अनुसार, भारत सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) को हासिल करने में 67 अंकों के साथ 99वें स्थान पर पहुँच गया है। यह पिछले वर्षों की तुलना में एक महत्वपूर्ण सुधार है और कई पड़ोसी देशों से बेहतर प्रदर्शन है

SDG इंडेक्स में भारत की बड़ी छलांग: 99वें स्थान पर पहुँचा, पड़ोसी देशों से बेहतर प्रदर्शन
भारत की सस्टेनेबल ग्रोथ बढ़ी

भारत के लिए एक सकारात्मक खबर सामने आई है। संयुक्त राष्ट्र सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क्स (UN Sustainable Development Solutions Network) की 10वीं और नई सस्टेनेबल रिपोर्ट (SDR) के अनुसार, भारत ने सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) को हासिल करने की दिशा में बड़ी छलांग लगाई है। 167 देशों की रैंकिंग में भारत 67 अंकों के साथ 99वें स्थान पर पहुँच गया है।


भारत का SDG इंडेक्स में प्रदर्शन

यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण प्रगति है, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में इसकी रैंकिंग में लगातार सुधार हुआ है:

  • 2025: 99वां स्थान (67 अंक)
  • 2024: 109वां स्थान
  • 2023: 112वां स्थान
  • 2022: 121वां स्थान
  • 2021: 120वां स्थान
  • 2020: 117वां स्थान
  • 2019: 115वां स्थान
  • 2018: 112वां स्थान
  • 2017: 116वां स्थान

अन्य देशों और पड़ोसी राष्ट्रों की स्थिति

रिपोर्ट के मुताबिक, चीन 74.4 अंकों के साथ 49वें स्थान पर है, जबकि यूएस 75.2 अंकों के साथ 44वें स्थान पर काबिज है।

भारत के पड़ोसी देशों की बात करें तो:

  • भूटान: 70.5 अंकों के साथ 74वें स्थान पर
  • नेपाल: 68.6 अंकों के साथ 85वें स्थान पर
  • श्रीलंका: 93वें पायदान पर
  • बांग्लादेश: 63.9 अंकों के साथ 114वें स्थान पर
  • पाकिस्तान: 57 अंकों के साथ 140वें स्थान पर
  • मालदीव: 53वें पायदान पर (समुद्री पड़ोसी)

वैश्विक SDG प्रगति और चुनौतियाँ

2015 में अपनाए गए SDGs का मुख्य लक्ष्य 2030 तक विकास मैट्रिक्स में किसी को भी पीछे नहीं छोड़ना है। SDG स्कोर 0 से 100 के पैमाने पर मापा जाता है, जहाँ 100 का अर्थ है कि देश ने सभी 17 लक्ष्य हासिल कर लिए हैं, और 0 का मतलब है कोई प्रगति नहीं।

रिपोर्ट तैयार करने वालों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर SDGs की प्रगति थम गई है। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों द्वारा अपनाए गए 17 लक्ष्यों में से केवल 17% ही 2030 तक हासिल किए जा सकेंगे। इस रिपोर्ट के प्रमुख लेखक विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री जेफरी सैक्स हैं।

रिपोर्ट में बताया गया है कि "संघर्ष, संरचनात्मक कमियाँ और सीमित धन दुनिया के कई हिस्सों में सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स की प्रगति में बाधा डालते हैं।"


शीर्ष प्रदर्शन करने वाले देश

रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय देश, खासकर नॉर्डिक देश SDG इंडेक्स में शीर्ष पर बने हुए हैं। फिनलैंड पहले, स्वीडन दूसरे और डेनमार्क तीसरे स्थान पर हैं। शीर्ष 20 देशों में से 19 यूरोप के हैं। फिर भी, इन देशों को जलवायु और जैव विविधता से संबंधित कम से कम दो लक्ष्यों को हासिल करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसका मुख्य कारण अस्थिर उपभोग है।

यह रिपोर्ट दर्शाती है कि जहाँ भारत ने अपनी स्थिति में सुधार किया है, वहीं वैश्विक स्तर पर सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में अभी भी कई बड़ी चुनौतियाँ मौजूद हैं।