"धोनी को कॉल करें: ऋषभ पंत की खराब फॉर्म पर वीरेंद्र सहवाग की सलाह"

IPL 2025 में ऋषभ पंत की खराब फॉर्म पर वीरेंद्र सहवाग ने दी सलाह—बोले, धोनी से बात करो और पुरानी बल्लेबाज़ी याद करो। रायुडू ने पंत को बताया ज़िद्दी।

"धोनी को कॉल करें: ऋषभ पंत की खराब फॉर्म पर वीरेंद्र सहवाग की सलाह"

नई दिल्ली: IPL 2025 में ऋषभ पंत से उम्मीदें आसमान छू रही थीं। सबसे महंगे खिलाड़ी के तौर पर मैदान में उतरने वाले पंत की शुरुआत भले ही जोरदार रही हो, लेकिन जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ा, उनका बल्ला खामोश होता गया। अब तक 11 मैचों में केवल 128 रन, 12.8 की औसत और 99 के स्ट्राइक रेट के साथ पंत की फॉर्म पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें एक दिलचस्प और सटीक सलाह दी है—"धोनी को कॉल करें!"

सहवाग ने बताया फॉर्म सुधारने का इलाज

क्रिकबज के एक विश्लेषण के दौरान सहवाग ने कहा, "अगर ऋषभ पंत मानसिक रूप से जूझ रहे हैं और उन्हें लग रहा है कि चीजें हाथ से निकल रही हैं, तो उन्हें अपने पुराने वीडियो देखने चाहिए। और अगर वह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं, तो उन्हें फोन उठाकर बात करनी चाहिए।"

सहवाग का मानना है कि धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी से बातचीत पंत को आत्मविश्वास दे सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक सीनियर खिलाड़ी की राय कई बार करियर बदलने का काम कर सकती है।

रायुडू ने भी जताई चिंता, बताया ‘जिद्दी’

पूर्व भारतीय बल्लेबाज अंबाती रायुडू ने पंत की स्थिति को ‘चिंताजनक’ बताया, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पंत ज़िद्दी हो गए हैं। रायुडू के मुताबिक, "उनमें मिडिल ऑर्डर में खेलने की स्किल्स तो हैं, लेकिन वे अपनी रणनीति बदलने को तैयार नहीं हैं। यह जिद उन्हें और गहरा संकट में डाल सकती है।"

पंत की चुप्पी भी चर्चा में

मैच के बाद जब पंत से खराब प्रदर्शन पर सवाल किया गया, तो उन्होंने हार का दोष टीम की फील्डिंग पर डाल दिया। हालांकि, उन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी पर कोई टिप्पणी नहीं की। यह रवैया भी एक्सपर्ट्स की नज़र में सवालों के घेरे में है।


निष्कर्ष

ऋषभ पंत आज उस मोड़ पर खड़े हैं जहां उन्हें आत्ममंथन की जरूरत है। चाहे वो धोनी से बात करना हो या अपनी बल्लेबाज़ी पर गंभीरता से काम करना—हर कदम अब उनके करियर की दिशा तय कर सकता है। सहवाग और रायुडू जैसे दिग्गजों की बातों में एक स्पष्ट संदेश छिपा है—टैलेंट से ज्यादा ज़रूरत है मानसिक मजबूती और सीखने की इच्छा की।