मुंगेर में सिपाहियों से अवैध वसूली: मेडिकल फिटनेस के नाम पर 60 जवानों से ₹2500 वसूले, सार्जेंट सुमित कुमार गिरफ्तार
बिहार के मुंगेर में मेडिकल फिटनेस के नाम पर नवनियुक्त सिपाहियों से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। सार्जेंट सुमित कुमार ने 60 सिपाहियों से ₹2500 प्रति सिपाही वसूले, जिसके बाद उसे निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

बिहार के मुंगेर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सिपाहियों से मेडिकल फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली करने वाले एक सार्जेंट को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी सार्जेंट ने 60 नवनियुक्त सिपाहियों से प्रति सिपाही ₹2500 की अवैध वसूली की थी। इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक (SP) ने त्वरित कार्रवाई की है। गिरफ्तार सार्जेंट के पास से ₹36,000 कैश भी बरामद किया गया है।
₹2500 प्रति सिपाही की वसूली
मुंगेर जिला में नवनियुक्त सिपाहियों से मेडिकल फिटनेस के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आया है। मामले में कार्रवाई करते हुए एसपी सैयद इमरान मसूद ने तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन में तैनात सार्जेंट सुमित कुमार को निलंबित कर दिया है। एसपी मसूद ने बताया कि सार्जेंट सुमित कुमार के पास से सिपाहियों से अवैध वसूली किया गया ₹36,000 नगद भी बरामद हुआ है।
शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि जिला बल में योगदान करने पहुंचे नवनियुक्त सिपाहियों से अवैध वसूली की शिकायत उन्हें 11 जून को प्राप्त हुई थी। इस शिकायत के बाद पुलिस उपाधीक्षक को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
जांच में यह पाया गया कि मेडिकल फिट कराने के नाम पर अवैध वसूली का मामला सही है। पुलिस लाइन में तैनात सार्जेंट सुमित कुमार ही नवनियुक्त सिपाहियों से वसूली कर रहा था। एसपी ने बताया कि मुंगेर जिला बल में कुल 334 नए सिपाही योगदान के लिए पहुंचे थे। इनमें से 60 सिपाहियों (40 महिला और 20 पुरुष सिपाही) को सार्जेंट ने मेडिकल में फेल बताते हुए पास कराने के नाम पर ₹2500 प्रति सिपाही की मांग की थी।
जांच में यह भी सामने आया है कि 60 सिपाहियों में से कई ने सार्जेंट को पैसे दे दिए थे। जांच के दौरान सार्जेंट सुमित कुमार के पास से सिपाही अभ्यर्थियों से वसूला गया ₹36,000 नकद भी बरामद हुआ।
सार्जेंट सुमित कुमार गिरफ्तार, भेजा गया जेल
एसपी ने बताया कि सार्जेंट सुमित कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए पूरबसराय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इसके बाद सार्जेंट सुमित कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश देती है।