इंदौर कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर: 8 आरोपी गिरफ्तार, ₹5 लाख, पिस्तौल सहित 5 अहम सबूत अब भी गायब

इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन हत्या में इस्तेमाल पिस्तौल, 5 लाख रुपये, लैपटॉप और कुछ जेवर सहित पांच अहम सबूत अब भी गायब हैं। पुलिस सबूत मिटाने वाले आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है।

इंदौर कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर: 8 आरोपी गिरफ्तार, ₹5 लाख, पिस्तौल सहित 5 अहम सबूत अब भी गायब
राजा रघुवंशी केस.

इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस ने अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें तीन कातिल, दो षड्यंत्रकारी और तीन साक्ष्य मिटाने वाले शामिल हैं। पुलिस ने हत्या से जुड़े लगभग सभी सबूत जुटा लिए हैं, लेकिन पांच ऐसे अहम सबूत हैं जो अभी भी गायब हैं। इसे लेकर पुलिस साक्ष्य मिटाने वाले तीनों आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है।


गायब हैं ये 5 महत्वपूर्ण सबूत

पुलिस को हत्या में प्रयुक्त डॉव (धारदार हथियार) और हत्या के दौरान पहने गए आरोपियों के कपड़े सहित अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य मिल गए हैं। ये सभी सबूत आरोपियों को सजा दिलाने में मदद करेंगे। हालांकि, पुलिस जिन पांच प्रमुख सबूतों की तलाश कर रही है, उनमें पिस्तौल, पांच लाख रुपये नकद, एक लैपटॉप और राजा की सोने की चेन और अंगूठी शामिल हैं। इन गायब सबूतों का पता लगाने के लिए पुलिस ने देवास नाका के फ्लैट मालिक बिल्डर लोकेंद्र सिंह तोमर को तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर लिया है।


लोकेंद्र सिंह तोमर पर सबूत मिटाने का आरोप

लोकेंद्र सिंह तोमर पर पिस्तौल, रुपये और जेवर गायब करने का आरोप है। 23 मई को शिलांग में हुए ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी हत्याकांड के संबंध में सोमवार को इंदौर क्राइम ब्रांच और शिलांग पुलिस से मिले इनपुट के बाद स्थानीय पुलिस ने ग्वालियर के केके प्लाजा, गांधी नगर से लोकेंद्र सिंह तोमर को गिरफ्तार किया था।

लोकेंद्र सिंह तोमर हीराबाग, देवास नाका की उस मल्टी का मालिक है, जिसमें मुख्य आरोपी सोनम ने 31 मई से 8 जून तक फरारी काटी थी। जाते समय सोनम अपना एक काला बैग फ्लैट में छिपाकर गई थी।


बैग में था पिस्तौल और ₹5 लाख!

इस बैग को सोनम के प्रेमी राज कुशवाह के इशारे पर हत्याकांड के आरोपी विशाल उर्फ विक्की चौहान ने सोनम के पास देवास नाका भेजा था। गिरफ्तारी के बाद राज और सोनम ने इस बैग का ज़िक्र किया था। उन्होंने बताया था कि पहले राजा को पिस्तौल से मारने की साजिश रची थी, जिसके लिए सिकलीगर से पिस्तौल खरीदी थी। बाद में हत्याकांड को मेघालय के स्थानीय हथियार डॉव से अंजाम दिया गया। दोनों ने शिलांग पुलिस को यह भी बताया था कि बैग में पांच लाख रुपये नकद थे।


लैपटॉप में हो सकते हैं अहम डिजिटल सबूत

17 जून को शिलांग पुलिस की तीन लोगों की टीम इंदौर आई और बैग की तलाश में सबसे पहले प्रॉपर्टी ब्रोकर सिलोम जेम्स को पकड़ा। सिलोम ने बताया कि लोकेंद्र के दबाव में उसने फ्लैट के गार्ड बल्लू उर्फ बलवीर अहिरवार के साथ मिलकर सोनम का काला बैग 10 जून को निकालकर एमआर-3, निपानिया की कृष्ण विहार कॉलोनी के पीछे खाली प्लॉट पर जला दिया था। उसने यह भी बताया कि बैग में मिला लैपटॉप उसने पास के खाली प्लॉट पर फेंक दिया था। 23 जून को सिलोम की निशानदेही पर शिलांग पुलिस ने जले हुए बैग के अवशेष जब्त किए और उन्हें जांच के लिए सेंट्रल लैब भेज दिया।

सिलोम ने यह भी बताया कि बैग में पिस्तौल और पांच लाख रुपये नहीं मिले थे, और फ्लैट की दूसरी चाबी लोकेंद्र के पास रहती थी, जिसने उसके पहले फ्लैट खोला था। इस जानकारी के आधार पर 23 जून को शिलांग पुलिस ने लोकेंद्र को ग्वालियर पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को लोकेंद्र तोमर को कोर्ट में पेश कर तीन दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर लिया गया है।

आज यानी बुधवार को शिलांग पुलिस सिलोम जेम्स और बल्लू उर्फ बलवीर को ग्वालियर होते हुए शिलांग ले जाएगी। लोकेंद्र सिंह तोमर को इन दोनों के सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी, ताकि काले बैग से गायब नकदी, पिस्तौल, जेवर और लैपटॉप का पता लगाया जा सके। पुलिस को आशंका है कि लैपटॉप में कोई ऐसा डिजिटल साक्ष्य हो सकता है जो हत्याकांड के लिए प्रमुख सबूत साबित होगा। मंगलवार को शिलांग पुलिस सिलोम जेम्स को लेकर उसके घर और अन्य ठिकानों पर भी पहुंची थी।