बिहार विधानसभा चुनाव: VIP को फिर मिला 'नाव' सिंबल, कई अन्य दलों को भी मिले नए चुनाव चिन्ह
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारत निर्वाचन आयोग ने कई राजनीतिक दलों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए हैं। मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को एक बार फिर उसका पुराना चुनाव चिन्ह 'नाव' मिल गया है, जिस पर पार्टी ने खुशी जताई है। वहीं, एनडीए की घटक राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 'गैस सिलेंडर' समेत कई अन्य दलों को नए सिंबल दिए गए हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर या नवंबर माह में होने की संभावना है। इसे लेकर एक तरफ जहाँ एनडीए और महागठबंधन के तमाम दल अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कई अन्य छोटे दल भी इस चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करेंगे, जिससे यह चुनाव काफी रोचक होने वाला है।
इस बीच, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने कई दलों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए हैं। इसमें सबसे अहम खबर यह है कि महागठबंधन की घटक दल और मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को उसका पुराना चुनाव चिन्ह 'नाव' फिर से प्रदान कर दिया गया है। पार्टी ने इस फैसले पर अपनी खुशी भी जताई है।
VIP को 'नाव' सिंबल की वापसी
VIP के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बताया कि चुनाव आयोग ने इसे लेकर आज अधिसूचना जारी कर दी है। उन्होंने इस फैसले को "भीमराव अंबेडकर के संविधान की जीत" बताया।
देव ज्योति ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को 'पर्स' चुनाव चिन्ह दिया गया था, लेकिन कई प्रावधानों को पार करने के बाद उन्हें एक बार फिर अपना पुराना और भावनात्मक रूप से जुड़ा चुनाव चिन्ह 'नाव' प्राप्त हो गया है। चुनाव आयोग द्वारा इसकी अधिसूचना भी आज जारी कर दी गई है, जिस पर VIP ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
अन्य दलों को मिले नए चुनाव चिन्ह
भारत निर्वाचन आयोग ने जिन अन्य दलों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए हैं, उनमें एनडीए की घटक दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा भी शामिल है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 'गैस सिलेंडर' चुनाव चिन्ह आवंटित किया गया है।
इसके अलावा, अन्य दलों को मिले चुनाव चिन्ह इस प्रकार हैं:
- भारतीय सार्थक पार्टी: 'सीजर' यानी कैंची
- लोहिया जनता दल: 'बकेट' यानी बाल्टी
- जन सहमति पार्टी: 'लेडी पर्स'
- जन सुराज पार्टी: 'स्कूल बैग'
- भारतीय जनता समाजसेवी पार्टी: 'बांसुरी'
- राष्ट्रीय समाजवादी लोक अधिकार पार्टी: 'रिंग'
इन नए चुनाव चिन्हों के साथ, बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के बीच चुनावी जंग और तेज़ होने की उम्मीद है।