नीता अंबानी ने तेलंगाना के येल्लम्मा मंदिर में किया ₹1 करोड़ का दान, श्रद्धालुओं के लिए होगा निःशुल्क भोजन

रिलायंस इंडस्ट्रीज की नीता अंबानी ने तेलंगाना के बाल्कमपेट स्थित येल्लम्मा मंदिर को ₹1 करोड़ का दान दिया है। इस राशि का उपयोग मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दैनिक निःशुल्क भोजन (अन्नदान) की व्यवस्था के लिए किया जाएगा। नीता अंबानी की इस मंदिर में गहरी आस्था है।

नीता अंबानी ने तेलंगाना के येल्लम्मा मंदिर में किया ₹1 करोड़ का दान, श्रद्धालुओं के लिए होगा निःशुल्क भोजन
नीता अंबानी ने देवी येल्लम्मा मंदिर में एक करोड़ रुपए का दान दिया.

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी ने तेलंगाना के बाल्कमपेट स्थित येल्लम्मा मंदिर में ₹1 करोड़ का बड़ा दान दिया है। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने किसी मंदिर के विकास के लिए दान दिया है; उन्हें जब भी समय मिलता है, वह देश के प्रसिद्ध मंदिरों में जाकर दर्शन करती हैं और उनके विकास के लिए सहयोग देती हैं।


नीता अंबानी की येल्लम्मा देवी में गहरी आस्था

नीता अंबानी की देवी येल्लम्मा में गहरी आस्था है। वह देवी येल्लम्मा के दर्शन किए बिना कभी हैदराबाद नहीं जातीं। खासकर, उप्पल स्टेडियम में मुंबई इंडियंस के आईपीएल (IPL) मैचों के दौरान, वह देवी येल्लम्मा के दर्शन ज़रूर करती हैं। इस साल 23 अप्रैल को नीता अंबानी ने अपनी मां पूर्णिमा दलाला और बहन ममता दलाला के साथ देवी येल्लम्मा के दर्शन किए थे। उस समय मंदिर के तत्कालीन ईओ ने उन्हें मंदिर की विशिष्टता और महत्व के बारे में बताया था और उनसे मंदिर द्वारा किए जा रहे विकास कार्यक्रमों में योगदान देने का आग्रह किया था।


दान का उपयोग निःशुल्क भोजन के लिए

मंदिर प्रबंधन की अपील पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए, नीता अंबानी ने अब ₹1 करोड़ का दान दिया है। मंदिर के प्रभारी कार्यकारी अधिकारी महेंद्र गौड़ ने बताया कि यह राशि फिक्स्ड डिपॉजिट में रखी जाएगी और उसके एवज़ में मिलने वाले ब्याज से रोज़ाना मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भोजन (अन्नदान) का संचालन किया जाएगा।


कल्याण महोत्सव और रथयात्रा की तैयारी

गौड़ ने यह भी बताया कि 1 जुलाई से बाल्कमपेट येल्लम्मा मंदिर में कल्याण महोत्सव और रथयात्रा का आयोजन शुरू होने वाला है। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है, जिसके लिए आयोजकों ने सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। चूंकि मंदिर से लोगों की गहरी आस्था जुड़ी है, इसलिए कल्याण महोत्सव और रथयात्रा के आयोजन के दौरान भारी भीड़ देखने को मिल सकती है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतज़ाम किए जा रहे हैं, जिससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की अव्यवस्था का सामना न करना पड़े।

क्या आप नीता अंबानी के परोपकारी कार्यों या भारत के अन्य प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में और जानना चाहेंगे?