करिश्मा कपूर के एक्स-हसबैंड संजय कपूर का अधूरा सपना: ₹31,000 करोड़ की कंपनी के चेयरमैन का अनकहा सच

करिश्मा कपूर के एक्स-हसबैंड और Sona Comstar के चेयरमैन संजय कपूर का जीवन दौलत और बिजनेस में सफलता के बावजूद निजी उथल-पुथल भरा रहा। उनका एक सपना अधूरा रह गया - EV सेक्टर में कंपनी को 'प्रमुख आपूर्तिकर्ता' बनाना।

करिश्मा कपूर के एक्स-हसबैंड संजय कपूर का अधूरा सपना: ₹31,000 करोड़ की कंपनी के चेयरमैन का अनकहा सच
मरते दम तक करिश्मा के एक्स हस्बैंड संजय कपूर का ये सपना रह गया अधूरा

बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर न केवल अपनी व्यक्तिगत जिंदगी को लेकर सुर्खियों में रहे, बल्कि अपने विशाल व्यावसायिक साम्राज्य के लिए भी उतनी ही चर्चा में रहे। वह भारत की जानी-मानी ऑटो पार्ट्स कंपनी सोना कॉमस्टार (Sona Comstar) के चेयरमैन थे और बिजनेस की दुनिया में एक बेहद प्रभावशाली नाम। लेकिन चमकती दौलत और एक बड़ी कंपनी की बागडोर संभालने के बावजूद, उनका एक सपना ऐसा था जो जीवन के आखिरी पल तक अधूरा रह गया।


इंटरनेशनल मार्केट में जाना-माना नाम थे संजय कपूर

संजय कपूर Sona BLW Precision Forgings यानी Sona Comstar के चेयरमैन थे, जिसकी गिनती देश की टॉप ऑटो-कंपोनेंट कंपनियों में होती है। उन्होंने इस कंपनी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और इसे एक ग्लोबल ब्रांड बना दिया। EV (इलेक्ट्रिक व्हीकल) सेक्टर में कंपनी का नाम तेज़ी से उभरा और अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी इसकी पहचान बनी।

हालांकि, निजी जिंदगी में संजय कपूर को वह सुकून नहीं मिला जिसकी चाह शायद हर इंसान करता है। करिश्मा कपूर से उनकी शादी 2003 में हुई थी, लेकिन 2016 में दोनों का तलाक हो गया। यह रिश्ता लंबे समय तक विवादों में रहा और मीडिया की सुर्खियों से बाहर नहीं आया। कहा जाता है कि तलाक के बाद भी संजय कपूर पूरी तरह से संतुलन नहीं बना पाए।


यह सपना रह गया अधूरा

संजय कपूर ने मैनेजिंग डायरेक्टर का पद संभालने के बाद Sona Comstar को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कंपनी का विस्तार चीन, अमेरिका, मेक्सिको और सर्बिया जैसे देशों तक किया, जहाँ कंपनी के उत्पादन और अनुसंधान केंद्र स्थापित किए गए।

उन्होंने तेज़ी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेक्टर की संभावनाएँ पहचानीं और कंपनी का फोकस इस दिशा में शिफ्ट किया। उनका विजन था कि Sona Comstar इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए ज़रूरी ऑटो-पार्ट्स की प्रमुख आपूर्तिकर्ता बने। हालांकि, यह सपना शायद पूरी तरह साकार नहीं हो सका। फिर भी, EV सेगमेंट पर उनका यह फोकस कंपनी के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, और आज कंपनी इस क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है।

ब्लूमबर्ग के अनुसार, वर्तमान में सोना कॉमस्टार का बाजार पूंजीकरण लगभग 4 बिलियन डॉलर (करीब ₹31,000 करोड़) है। संजय कपूर ने भले ही अपने उस बड़े सपने को पूरी तरह साकार न किया हो, लेकिन उन्होंने कंपनी के लिए जो दिशा तय की, वह आज भी उसे सफलता की ओर ले जा रही है।